देवघर: जिले में आने वाले श्रद्धालुओं को हर सुविधा मुहैया करवाने के लिए जिला प्रशासन आए दिन प्रयास करता रहता है. श्रद्धालुओं को और भी सुविधा पहुंचाने को लेकर राज्य सरकार और देवघर जिला प्रशासन की तरफ से बासुकीनाथ से देवघर तक हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने जा रही है. झारखंड सरकार के नगर विमानन विभाग के सौजन्य से पहली बार झारखंड पर्यटन एवं अन्य तीर्थ स्थलों का हेलीकॉप्टर से हवाई दर्शन यात्रा की शुरुआत करने जा रही है.
मात्र 15 मिनट में श्रद्धालु पहुंचेंगे बासुकीनाथ
इस सुविधा की शुरुआत होने के बाद श्रद्धालु देवघर से बासुकीनाथ 15 मिनट में पहुंच पाएंगे. जबकि सड़क के माध्यम से श्रद्धालुओं को जाने के लिए एक घंटे से ज्यादा समय लगता है. हवाई परिक्रमा के माध्यम से श्रद्धालु देवघर तीर्थ स्थल, बासुकीनाथ, त्रिकुट पहाड़ का आसमान से नजारा देख पाएंगे.
टिकट चार्ज
देवघर से बासुकीनाथ जाने के लिए श्रद्धालुओं को 6500 रुपए देने होंगे. वहीं, देवघर से त्रिकुट 5500 रुपये किराया निर्धारित किया गया है. यदि कोई श्रद्धालु देवघर का भ्रमण करना चाहते हैं तो उन्हें 4200 रुपये भुगतान करने होंगे.
हथगढ़ में स्थायी हेलीपैड बनाने का निर्देश
इस व्यवस्था को और भी मजबूत बनाने के लिए जिले के उपायुक्त विशाल सागर ने जिले के विभिन्न पदाधिकारी के साथ बैठक की. इस दौरान निर्देश दिया गया कि आकाशीय तीर्थ दर्शन को लेकर हेलीकॉप्टर की सुविधा के लिए हथगढ़ के समीप का स्थायी हेलीपैड बनाई जाए, जहां पर एंबुलेंस, अग्निशमन वाहन सहित अन्य सुविधाएं मौजूद रहे. इसे लेकर उपायुक्त ने मोहनपुर अंचलाधिकारी को जल्द से जल्द स्थायी हेलीपैड बनाने के लिए एक-एक कर जमीन चिह्नित करने का निर्देश दिए और रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा गया है. वहीं, उपायुक्त विशाल सागर ने जिले के होटल संचालकों को भी हवाई दर्शन से जुड़ी जानकारी का प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया है.
ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा
देवघर से बासुकीनाथ के लिए हेलीकॉप्टर यात्रा का लाभ उठाने वाले लोग ऑनलाइन के जरिए भी टिकट ले सकते हैं. टिकट बुकिंग करने के लिए सरकार की तरफ से jharkhandaviation.in व fly Mahabodhiaviation वेबसाइट जारी किया गया है. इस लिंक के माध्यम से लोग ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं.
जल्द ही उड़ान का समय होगा तय
वहीं, महाबोधि एविएशन के पदाधिकारी रवि कुमार बताते हैं कि यह सुविधा फिलहाल बासुकीनाथ देवघर और त्रिकुट पहाड़ के लिए की गई है. उड़ने की टाइमिंग को भी जल्द ही निर्धारित कर दिया जाएगा. इसके बाद जब यात्री आने लगेंगे तो फिर बुकिंग के हिसाब से उड़ान भरने की टाइमिंग तय की जाएगी. गौरतलब है कि देवघर को पर्यटन क्षेत्र में बदलने के लिए पर्यटन विभाग, राज्य सरकार और जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है अब देखने वाली बात होगी कि शुरू की गई नई हेलीकॉप्टर व्यवस्था का लोग कितना लुफ्त उठाते हैं और इससे श्रद्धालुओं को कितना लाभ होता है.
ये भी पढ़ें: त्रिकुट पहाड़ घूमने आए एक पर्यटक की फिसलकर हुई मौत, 22 घंटे बाद मिला शव
ये भी पढ़ें: बाबा धाम में भक्त नंदी के कान में क्या फुसफुसाते हैं, जानिए इसके पीछे की पौराणिक कथा