धमतरी: छत्तीसगढ़ में इस बार अच्छी बारिश हो रही है. इससे किसान काफी खुश है. एक ओर जहां तालाब और नदियों के हालात में सुधार देखने को मिल रहा है. दूसरी ओर यही पानी नदियों में बाढ़ का कारण बन रहा है. धमतरी के वनांचल इलाकों की नदियों में पहली बारिश में ही पानी सड़क पर बहने लगा है. उफान के चलते कई गांवों में अलर्ट भी जारी किया गया है. उफान के चलते कुछ गांवों से सम्पर्क भी टूट जाते है.
महानदी और बालका नदी उफान पर: मानसून की दस्तक के बाद धमतरी जिले के नगरी वनांचल इलाके में बीते दो, तीन दिनों से लगातार रुक-रुककर तेज बारिश हो रही है. लिहाजा ज्यादा बारिश के चलते खेतों में पानी भर जाने के कारण कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है. बीती रात से लगातार हो रही बारिश के कारण छत्तीसगढ़ की जीवनदायनी नदी कहे जाने वाले महानदी और बालका नदी उफान पर है. क्षेत्र में अच्छी बारिश के चलते महानदी और बालका नदी में साल की पहली बाढ़ आई है. खूबसूरत नजारे का दीदार करने लोग बालका और महानदी के संगम तट पर कर्णेश्वर घाट पहुंचने लगे हैं.स्थानीय लोगों का कहना है, "पहली बारिश में तटबंध उफान पर है. आने-जाने वाले लोगों को पानी उतरने का इंतजार है. हालांकि नजारा काफी खूबसूरत है."
लोगों से की जा रही खास अपील: बाढ़ के चलते सिरसिदा, शिवपुर और देउरपारा के बीच महानदी और बालका नदी के संगम पर बने एनीकट में पुल के ऊपर पानी बह रहा है. जिसके वजह से इस रास्ते से होकर ब्लॉक मुख्यालय नगरी पहुंचने वाले स्टूडेंट्स और अन्य कार्यों को लेकर जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन की ओर से बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियां भी कर ली गई है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह बाढ़ वाले इलाकों में न जाएं.