कुचामनसिटी: कुचामन क्षेत्र में सावन माह से चल रहे बारिश के दौर के चलते कई क्षेत्रों में पानी से फसलें खराब हो गई हैं. अधिक बरसात से 35 से 40 प्रतिशत से अधिक फसलों में नुकसान की आशंका जताई जा रही है. इसमें बाजरे की फसल को भारी नुकसान हुआ है.
किसान झाबरमल चौधरी ने बताया कि पिछले कई दिनों से तेज और रूक-रूक कर हो रही बरसात से फसलों पर असर पड़ा है. कृषि विभाग के अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि अब बाजारा, मोठ की फसल पकने वाली है. ऐसे में कई क्षेत्रों में तेज बरसात होने से फसल चौपट होने की कगार पर है. कई क्षेत्रों में तेज बारिश से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया. तेज बरसात के दौरान तेज हवाओं से फसल को नुकसान पहुंचा है. क्षेत्र में मूंग, मक्की, गोभी, हरी मिर्च, टमाटर की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. क्योंकि कई जगह अधिक बरसात होने से फसल गल गई है.
दिनेश कड़वा, भंवर लाल जाट, भागुराम व अन्य किसानों का कहना है कि अगर अब तेज बरसात हो गई, तो फसलों को ज्यादा नुकसान हो सकता है. फिलहाल अब बाजरे की फसल में दाना पड़ेगा. अच्छी बरसात से फसलें खड़ी हो गईं. कुछ दिन में फसल की कटाई शुरू होगी. पांचवा, बुडसु, मोहनपुरा चितावा, कुकनवाली सहित कई क्षेत्रों में बाजरे की फसल को नुकसान पहुंचा है. तेज बरसात से लहराती बाजरे की फसल नीचे पानी से गल गई है. जिससे किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है. अभी नुकसान का आकलन नहीं किया गया है. अगर अब तेज बरसात होती है, तो भारी नुकसान हो सकता है. आसमान में बरसात के मंडराते बादलों से किसान चिंतित है.
बाजरे की फसल को नुकसान: सावन के बाद हो रही बरसात से किसानों के चेहरों पर मायूसी छाने लगी है. डीडवाना कुचामन जिले के अधिकांश क्षेत्रों में तेज बरसात हुई है. जिसके कारण किसानों की फसल चौपट हो गई है. जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. सबसे ज्यादा नुकसान बाजरे की फसल को हुआ है.