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बारिश में गीले कपड़े पहनने से बुखार के अलावा हो जाती ये घातक बीमारियां, बचना है तो तुरंत अपनाएं ये टिप्स - health tips

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 26, 2024, 10:06 AM IST

बारिश में गीले कपड़े पहनने से बुखार के अलावा कई घातक बीमारियां हो जाती हैं. चलिए जानते हैं इनसे बचाव के टिप्स.

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बरसात के मौसम में बड़ूी गंभीर बिमारियां (photo credit- Etv Bharat)

लखनऊ: बारिश जनित रोगों के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इन दिनों बारिश होने के साथ-साथ तेज धूप भी निकल रही है. जिससे उमस भरी गर्मी पढ़ रही है. जिसके दुष्परिणाम स्वरूप बारिश और उमस त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंचा रही है. त्वचा और आंखों में एलर्जी और संक्रमण के रोगी बढ़ गए हैं. त्वचा में दाने, घमौरियां, खुजली के साथ ही आंखों में जलन, खुजली, लाली तथा एलर्जी की दिक्कतें लेकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु समेत दूसरे अस्पतालों में त्वचा और नेत्र रोग विभाग विभाग की ओपीडी में 40 फीसदी रोगी इसी के आ रहे हैं.

दाद और खुजली की समस्या बढ़ी: बलरामपुर अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएच उस्मानी का कहना है, कि ओपीडी में घमौरी, शरीर पर लाल छोटे-छोटे दाने के मरीज बढ़ गए हैं. ओपीडी में आने वाले 400 से अधिक मरीज रोज आ रहे हैं. इसमें करीब 160 रोगी इसके आ रहे हैं. इनके शरीर में दाने पर पड़ गए हैं. बारिश में भीगने और गीले कपड़े पहनने से लोगों में दाद और खुजली की समस्या बढ़ गई है. सिविल अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेश चंद्र पांडेय ने बताया, कि त्वचा रोग की ओपीडी आने वाले आधे रोगी शरीर में दाने, घमौरी, खुजली के आ रहे हैं. मरीजों को दवाएं और क्रीम लगाने की सलाह दी जा रही है. इससे आराम मिल रहा है.

इसे भी पढ़े-पांच साल में गोरखपुर में 2 हजार लोगों को मच्छरों ने मारा डंक, बचाव के सारे दावे हवा-हवाई

आंखो में एलर्जी: बलरामपुर अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया, कि इस मौसम में बच्चों एवं बड़ों की आखों में संक्रमण के मामले बढ़ जाते हैं. आंखों में खुजली, लालिमा, सूजन,कीचड़, पानी आने की समस्या लेकर लोग ओपीडी में रहे हैं. ओपीडी में रोजाना करीब 50 से अधिक मरीज आंखों के संक्रमण के आ रहे हैं. इलाज में लापरवाही आंख पर भारी पड़ सकती है. कई मरीज मेडिकल स्टोर की सलाह पर उपचार से आंखों में सूझन, जलन, खुजली और बढ़ा हुआ संक्रमण लेकर आ रहे हैं. इनके इलाज में समय लग रहा है. नेत्र विशेषज्ञ की सलाह से ही उपचार लें. सही उपचार से एक हफ्ते में आराम मिल रहा है.

डॉ. गुप्ता ने बताया, कि संक्रमित लोग बार-बार आंख को छूने और पोंछने से बचें. सूजन पर बर्फ से सिंकाई करें. कुछ समय अंतराल पर अच्छे से हाथों को धुलते रहें. रूमाल और तौलिया अलग रखें. संक्रमित लोग घर के दूसरे सदस्यों से दूर रहें.

संक्रमण से ऐसे बचें:
गीले कपड़े न पहनें.
बारिश में भीगने से बचें.
संक्रमित लोग बार-बार आंख को छूने और पोंछने से बचें.
आंख में संक्रमण और सूजन होने पर पानी से धुलें और बर्फ से सिंकाई करें.
हाथों को धोते रहें, रूमाल और तौलिया अलग रखें.



यह भी पढ़े-अस्पतालों में उल्टी-दस्त और डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी, इन चीजों से करें परहेज - Lucknow news

लखनऊ: बारिश जनित रोगों के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इन दिनों बारिश होने के साथ-साथ तेज धूप भी निकल रही है. जिससे उमस भरी गर्मी पढ़ रही है. जिसके दुष्परिणाम स्वरूप बारिश और उमस त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंचा रही है. त्वचा और आंखों में एलर्जी और संक्रमण के रोगी बढ़ गए हैं. त्वचा में दाने, घमौरियां, खुजली के साथ ही आंखों में जलन, खुजली, लाली तथा एलर्जी की दिक्कतें लेकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु समेत दूसरे अस्पतालों में त्वचा और नेत्र रोग विभाग विभाग की ओपीडी में 40 फीसदी रोगी इसी के आ रहे हैं.

दाद और खुजली की समस्या बढ़ी: बलरामपुर अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएच उस्मानी का कहना है, कि ओपीडी में घमौरी, शरीर पर लाल छोटे-छोटे दाने के मरीज बढ़ गए हैं. ओपीडी में आने वाले 400 से अधिक मरीज रोज आ रहे हैं. इसमें करीब 160 रोगी इसके आ रहे हैं. इनके शरीर में दाने पर पड़ गए हैं. बारिश में भीगने और गीले कपड़े पहनने से लोगों में दाद और खुजली की समस्या बढ़ गई है. सिविल अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेश चंद्र पांडेय ने बताया, कि त्वचा रोग की ओपीडी आने वाले आधे रोगी शरीर में दाने, घमौरी, खुजली के आ रहे हैं. मरीजों को दवाएं और क्रीम लगाने की सलाह दी जा रही है. इससे आराम मिल रहा है.

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आंखो में एलर्जी: बलरामपुर अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया, कि इस मौसम में बच्चों एवं बड़ों की आखों में संक्रमण के मामले बढ़ जाते हैं. आंखों में खुजली, लालिमा, सूजन,कीचड़, पानी आने की समस्या लेकर लोग ओपीडी में रहे हैं. ओपीडी में रोजाना करीब 50 से अधिक मरीज आंखों के संक्रमण के आ रहे हैं. इलाज में लापरवाही आंख पर भारी पड़ सकती है. कई मरीज मेडिकल स्टोर की सलाह पर उपचार से आंखों में सूझन, जलन, खुजली और बढ़ा हुआ संक्रमण लेकर आ रहे हैं. इनके इलाज में समय लग रहा है. नेत्र विशेषज्ञ की सलाह से ही उपचार लें. सही उपचार से एक हफ्ते में आराम मिल रहा है.

डॉ. गुप्ता ने बताया, कि संक्रमित लोग बार-बार आंख को छूने और पोंछने से बचें. सूजन पर बर्फ से सिंकाई करें. कुछ समय अंतराल पर अच्छे से हाथों को धुलते रहें. रूमाल और तौलिया अलग रखें. संक्रमित लोग घर के दूसरे सदस्यों से दूर रहें.

संक्रमण से ऐसे बचें:
गीले कपड़े न पहनें.
बारिश में भीगने से बचें.
संक्रमित लोग बार-बार आंख को छूने और पोंछने से बचें.
आंख में संक्रमण और सूजन होने पर पानी से धुलें और बर्फ से सिंकाई करें.
हाथों को धोते रहें, रूमाल और तौलिया अलग रखें.



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