हिसार: हरियाणा में एनएचएम (Auxiliary Nurse and Midwife) कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है. हड़ताल के चलते सरकारी अस्पतालों में मरीज प्रभावित हो रहे हैं. पीएचसी और सीएचसी सेंटर पर डिलवीर नहीं हो रही है. साथ ही बच्चों का टीकाकरण भी नहीं हो पा रहा है. साथ ही एनीमिया उन्मूलन अभियान भी पूरी तरह ठप्प पड़ा है.
हिसार में भी एएनएम कर्मचारी लगातार धरना दिए बैठे हैं. हिसार के राजेश कुमार, सूबे सिंह ने कहा कि पीएचसी और सीएचसी सेंटर पर आने वाले मरोजो को प्राइवेट अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है. कर्मचारियों का कहना है कि वो अपनी मांगों को लेकर सरकार को ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन अभी तक पूरी नहीं हुई है.
कर्मचारी नेता जगत सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की काफी लंबे समय से मांगें पेंडिंग हैं लेकिन सरकार ने कोई समाधान नहीं किया. उन्होंने कहा कि इसको लेकर सरकार को कई बार ज्ञापन पत्र सौप चुके हैं लेकिन अभी तक उनकी मागें पूरी नहीं की गई. जगत सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की हड़ताल फिलहाल 2 अगस्त तक है लेकिन उनकी मागें पूरी नहीं हुई तो उसके बाद भूख हड़ताल करेंगे और विधानसभा का घेराव कर भी कर सकते हैं.
इस मामले पर हिसार के विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता ने कहा कि कर्मचारी सगठनों से बातचीत चल रही है. सात मांगो पर सहमति बनी है और अन्य मागों पर बातचीत हुई है. जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान होगा. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि कर्मचारियों को जनहित की समस्याओं को देखते हुए काम पर लौटना चाहिए.
क्या है कर्मचारियों की मांगें?
- ANM कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें पक्का किया जाए.
- सातवें वेतन मान का लाभ मिले.
- सर्विस रुल के साथ छेड़छाड़ ना की जाए.
- कैशलेस मेडिकल सुविधा दी जाए.
- ग्रेच्युटी और एक्स ग्रेसिया की सुविधा दी जाए.
- आयुमान योजना के तहत सीएचओ कैडर की एसओपी लागू की जाए.
- एचआरए के एवज में स्वास्थ्य विभाग में कवार्टर अलॉट हो और वेतन विसंगति दूर हो.
एएनएम की हड़ताल का असर
एएनएम की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं. महिलाओं की डिलीवरी का कार्य भी प्रभावित हो रहा है. वहीं एंबुलेंस की सेवाएं भी नहीं चल पा रही है. सौ दिन का एनीमिया उन्मूलन अभियन ठप्प पड़ा है. चिरायु योजना के कार्ड नहीं बन पा रहे हैं और ना ही टीबी के मरीजों की जांच हो पा रही है.