जयपुर. आमेर में हाथी की सवारी विश्व प्रसिद्ध है. देश विदेश के सैलानी हाथी सवारी के लिए आते हैं. कई बार हाथियों के स्वास्थ्य में कमी होने की वजह से पर्यटकों के साथ घटनाएं भी हो चुकी है. ऐसे में वन विभाग हाथियों के स्वास्थ्य को लेकर सजग है. आमेर स्थित हाथी गांव में हाथियों की जांच के लिए दो दिवसीय मेडिकल चेकअप कैंप का आयोजन किया गया. वन्यजीव पशु चिकित्सकों की टीम ने हाथियों के ब्लड समेत अन्य सैंपल लिए है. हाथियों के विभिन्न सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे जाएंगे.
वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉक्टर अरविंद माथुर ने बताया कि वन विभाग की ओर से हाथी गांव में दो दिवसीय हाथियों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किया गया है. हाथियों के स्वास्थ्य की जांच की गई है. हाथियों के विभिन्न सैंपल एकत्रित किए गए हैं. हाथियों में टीबी, त्वचा संक्रमण, आंख, ब्लड और पेट समेत अन्य शारीरिक परीक्षण किया गया है. जांच के बाद ही हाथियों को फिटनेस और अनफिट का सर्टिफिकेट दिया जाएगा.
पढ़ें: आमेर में हथिनी गौरी ने रूसी महिला को पटका, टूटा पैर, देखें वीडियो
साल में दो बार होता है स्वास्थ्य परीक्षण: उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष साल में दो बार हाथियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है. इसके बाद हाथियों को नि:शुल्क दवाई भी दी जाती है. हाथी महावतों और हाथी पालकों को हाथियों के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी देकर जागरूक भी किया गया है. हाथियों को प्रत्येक मौसम के हिसाब से दिए जाने वाले खानपान की भी जानकारी दी गई.
अनफिट रहने तक जांच बंद: वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर ने बताया कि सैंपल लेकर लैब में भेजा जाएगा. यदि हाथियों की जांच रिपोर्ट में कोई कमी पाई जाती है, तो उनका इलाज किया जाएगा. बीच-बीच में भी सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे. अनफिट रहने तक हाथी राइडिंग बंद रहेगी. हाथी गांव विकास समिति के अध्यक्ष बल्लू खान के मुताबिक हाथी महावतों और हाथी पालकों को मौसम के हिसाब से खानपान और हाथियों की रखरखाव संबंधी जानकारी दी गई है. गर्मी में हाथियों का विशेष ध्यान रखने के बारे में बताया गया है. गर्मी के हिसाब से खानपान देने की सलाह भी दी गई है.