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मिड डे मील खाने के बाद 16 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, 11 की हालत गंभीर - कानपुर मिड डे मील बच्चे बीमार

कानपुर के एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील खाने के बाद 16 बच्चों की हालत बिगड़ गई. इनका इलाज कराया जा रहा है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 19, 2024, 6:35 PM IST

कानपुर के सरकारी स्कूल में मिड डे मील खाने के बाद 16 बच्चों की हालत बिगड़ गई.

कानपुर : कुछ दिनों पहले शहर के अरौल थाना क्षेत्र में एक कार हादसा हुआ था, जिसमें 10 से अधिक बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए थे. अभी लोग उस दिलदहला देने वाली घटना को भूले भी नहीं थे कि सोमवार को शहर के सरसौल स्थित मदारीखेड़ा गांव के शंकरानंद उच्च प्राथमिक विद्यालय में 16 बच्चों की अचानक ही तबीयत बिगड़ गई. बच्चों को उल्टियां होने लगीं और वह बेहोश होने लगे. पता चला कि बच्चों ने पहले मिड डे मील खाया, फिर स्कूल में ही जेट्रोफा का फल खा लिया. बीमार बच्चों में 11 की हालत गंभीर बताई जाती है.

बच्चों के बीमार पड़ने पर आनन-फानन में स्कूल के शिक्षक व आसपास के ग्रामीण उन्हें लेकर समीप के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. वहीं मामला गंभीर देख बीएसए सुरजीत सिंह, सीएमओ आलोक रंजन समेत कई अन्य अफसर भी पहुंच गए. गांववालों ने बीएसए को बताया कि बच्चों ने मिडडे मील तो खाया ही था, उसके बाद स्कूल में लगे जेट्रोफा का फल खा लिया. इसके बाद से लगातार बच्चों को दिक्कत हुई और वह उल्टियां करने लगे. सीएमओ आलोक रंजन ने दावा किया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं और उनका इलाज जारी है. हालांकि 11 बच्चों की स्थिति नाजुक है, जिनमें पांच बच्चों को एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि 6 बच्चों को कांशीराम अस्पातल में एडमिट किया गया है.

इधर बच्चों की तबियत बिगड़ने की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को मिली तो हड़कंप की स्थिति हो गई. आनन-फानन में ही ग्रामीण बच्चों के पास पहुंचे और फिर उन्हें लेकर अस्पताल गए. बीएसए सुरजीत सिंह ने दावा किया कि बच्चों ने खुद बताया कि उनकी तबियत जेट्रोफा का फल खाने से ही बिगड़ी. वह फल खाने से पहले खाना खा चुके थे.

यह भी पढ़ें : थल सेना के लिए अब कानपुर में बनेगी पिस्टल-कारतूस, सीएम योगी 26 को करेंगे एम्यूनेशन प्लांट का शुभारंभ

यह भी पढ़ें : गंगा बैराज पर स्टंटबाजी कर रहे कार सवार नाबालिगों ने दवा कारोबारी को रौंदा

कानपुर के सरकारी स्कूल में मिड डे मील खाने के बाद 16 बच्चों की हालत बिगड़ गई.

कानपुर : कुछ दिनों पहले शहर के अरौल थाना क्षेत्र में एक कार हादसा हुआ था, जिसमें 10 से अधिक बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए थे. अभी लोग उस दिलदहला देने वाली घटना को भूले भी नहीं थे कि सोमवार को शहर के सरसौल स्थित मदारीखेड़ा गांव के शंकरानंद उच्च प्राथमिक विद्यालय में 16 बच्चों की अचानक ही तबीयत बिगड़ गई. बच्चों को उल्टियां होने लगीं और वह बेहोश होने लगे. पता चला कि बच्चों ने पहले मिड डे मील खाया, फिर स्कूल में ही जेट्रोफा का फल खा लिया. बीमार बच्चों में 11 की हालत गंभीर बताई जाती है.

बच्चों के बीमार पड़ने पर आनन-फानन में स्कूल के शिक्षक व आसपास के ग्रामीण उन्हें लेकर समीप के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. वहीं मामला गंभीर देख बीएसए सुरजीत सिंह, सीएमओ आलोक रंजन समेत कई अन्य अफसर भी पहुंच गए. गांववालों ने बीएसए को बताया कि बच्चों ने मिडडे मील तो खाया ही था, उसके बाद स्कूल में लगे जेट्रोफा का फल खा लिया. इसके बाद से लगातार बच्चों को दिक्कत हुई और वह उल्टियां करने लगे. सीएमओ आलोक रंजन ने दावा किया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं और उनका इलाज जारी है. हालांकि 11 बच्चों की स्थिति नाजुक है, जिनमें पांच बच्चों को एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि 6 बच्चों को कांशीराम अस्पातल में एडमिट किया गया है.

इधर बच्चों की तबियत बिगड़ने की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को मिली तो हड़कंप की स्थिति हो गई. आनन-फानन में ही ग्रामीण बच्चों के पास पहुंचे और फिर उन्हें लेकर अस्पताल गए. बीएसए सुरजीत सिंह ने दावा किया कि बच्चों ने खुद बताया कि उनकी तबियत जेट्रोफा का फल खाने से ही बिगड़ी. वह फल खाने से पहले खाना खा चुके थे.

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