अंबिकापुर: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आज अम्बिकापुर पहुंचे. यहां उन्होंने जिला चिकित्सालय के मातृ-शिशु स्वास्थ्य भवन का निरीक्षण किया. साथ ही मेडिकल कॉलेज में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली. इस दौरान उन्होंने वर्षो से लंबित MRI मशीन की स्थापना और खाली पड़े पदों पर नये डॉक्टरों की भर्ती जल्द करने का आश्वासन दिया है.
अस्पताल के विभिन्न वार्डों का किया निरीक्षण: इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मातृ शिशु स्वास्थ्य भवन के प्रसव विंग, एसएनसीयू, गायनिक वार्ड सहित विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने महिलाओं से सीधे बात कर चिकित्सालय में मिल रही विभिन्न सुविधाओं पर फीडबैक भी लिया. इस दौरान उन्होंने वर्षो से लंबित MRI मशीन की स्थापना और खाली पड़े पदों पर नये डॉक्टरों की भर्ती जल्द करने का आश्वासन दिया है.
चिकित्सकीय टीम इसी तरह बेहतर काम करते हुए महिलाओं और बच्चों के इलाज में संवेदनशीलता बरतें, जिससे लोगों का विश्वास बना रहे. पूर्व में किए गए निरीक्षण के पश्चात आज की स्थिति में प्रगति देखी जा रही है. लोगों तक बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने अस्पताल प्रबंधन और कॉलेज प्रबंधन द्वारा की गई मांगों को भी समय पर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. - श्याम बिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री हुए शामिल: स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में समीक्षा बैठक हुई. जिसमें नवनिर्मित चिकित्सा महाविद्यालय के शेष कार्यों हेतु बजट राशि 109.92 करोड़ राशि के एजेंडा पर चर्चा की गई. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस अनुपूरक बजट में उक्त अतिरिक्त राशि को लेकर पूरा करने की योजना है. जिससे शेष कार्यों को शीघ्र पूरा किया जा सकेगा.
एमआरआई मशीन हेतु 10.24 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति भी प्राप्त हो गई है. जल्द एमआरआई मशीन स्थापित कर ली जायेगी. - श्याम बिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री
एमसीआई मापदंड के अनुसार नवीन चिकित्सकीय सृजन पदों सहित विभिन्न बिंदुओं पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास सरगुजा को चिकित्सा हब बनाने का है. इसके लिए आवश्यकता अनुरूप कॉलेज में प्राध्यापकों की नियुक्ति, चिकित्सकों की पदस्थापना, आवश्यक केमिकल्स और रीजेंट्स की उपलब्धता, समय पर पदोन्नति सभी बिंदुओं पर प्रभावी कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है. उन्होंने मेडिकल कॉलेज परिसर और चिकित्सालय परिसर में अनिवार्य रूप से पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने जिला अस्पताल एवं कॉलेज प्रबंधन को निर्देशित किया.