जयपुर: राज्य की भाजपा सरकार के कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदेशभर में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा. शिविरों का आयोजन 15 दिसंबर से 31 जनवरी 2025 तक सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किया जाएगा. मुख्य सचिव सुधांश पंत ने इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए हैं.
मुख्य सचिव पंत ने संबंधित विभागों के साथ समुचित समन्वय करते हुए शिविरों में आमजन की अधिकाधिक भागीदारिता सुनिश्चित करने तथा आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत ब्लॉक स्तर फोलोअप एवं जिला स्तर पर रेफरल शिविर, पंचायत समिति मुख्यालयों पर फॉलोअप एवं जिला स्तर पर रेफरल शिविरों का आयोजन किया जाएगा. इन शिविरों में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जाएगा. साथ ही फॉलोअप शिविरों में अतिविशिष्ट विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा टेलीकंसल्टेशन की सेवाएं ली जाएंगी. शिविरों में मेडिकल बोर्ड के माध्यम से जांच करवाकर दिव्यांगजन को यूडीआईडी प्रमाण पत्र भी जारी किए जाएंगे.
विशेषज्ञ चिकित्सकों से मिलेगा परामर्श: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि इन शिविरों में एलोपैथी के साथ ही आयुष पद्धति के माध्यम से भी रोगों का निदान एव उपचार किया जाएगा तथा आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा टेलीकंसल्टेशन से भी नागरिकों को परामर्श दिया जाएगा. गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, बच्चों का टीकाकरण, असंक्रामक रोग यथा डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कॉमन कैंसर एवं अंधता रोगियों की स्क्रीनिंग की जाएगी. मरीज को आवश्यकता होने पर एम्बुलेंस के माध्यम से उच्च चिकित्सा संस्थान पर ले जाकर भी उपचारित किया जाएगा. इन सभी शिविरों में 37 प्रकार की जांच सुविधा निःशुल्क उपलब्ध होंगी.