गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में 27 फरवरी को पुलिस कर्मियों ने एक मुखिया की पिटाई कर दी थी. पीड़ित मछागार लक्षीराम पंचायत का मुखिया है. हथुआ थाना में तैनात पुलिस कर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया गया है. वहीं, इस मामले में मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष समेत दर्जनों मुखिया ने एसपी स्वर्ण प्रभात से मिलकर जांच की मांग की है.
एसपी से मिलकर दिया आवेदन: मिली जानकारी के अनुसार, दर्जनों मुखियाओं ने एसपी स्वर्ण प्रभात से मिलकर आवेदन देकर पूरे मामले की जांच करने और आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई करने की मांग की है. फिलहाल एसपी स्वर्ण प्रभात ने पूरे मामले की जांच के लिए हथुआ एसडीपीओ से जानकारी मांगी है.
27 फरवरी को की थी पिटाई: इस संदर्भ में मुखिया राजन गुप्ता ने बताया कि ''27 फरवरी को सुबह मीरगंज थाने में SI प्रतिभा निगम द्वारा फोन करके पंचायत के संतोष पाण्डेय के मामले के संबंध में बात करने के लिए बुलाया गया. थाना पर जाने के बाद SI ने संतोष पाण्डेय को लेकर आने की बात रही. उन्होंने कहा कि उसका फोन नहीं लग रहा है, तुम उसे लेकर आओ. मुखिया ने जब इसका विरोध किया तो SI और मुखिया के बीच अनबन हो गई.''
SI ने की घूसों की बरसात: आरोप लगाया गया कि इस बीच पीछे खड़े SI आशिष कुमार सिंह ने मुखिया का गर्दन पकड़ लिया और धक्का देते हुए कहा कि तुम, लाट साहब हो कि तुमको आप कहें. इसके बाद SI आशिष सिंह और SI विनोद यादव ने मुखिया पर लात-घूसों की बरसात कर दी और जमीन पर घसीटते हुए ले जाकर हाजत में बंद कर दिया. इस बीच हथुआ प्रखण्ड के कुछ मुखिया को मामले को लेकर जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने पीड़ित को वहां से छुड़ाया.
"मामले की जांच के लिए हथुआ एसडीपीओ से जानकारी मांगी गई है. साथ ही जांच की जा रही है. पीड़ित मुखिया का कहना है कि घटना थाना के CCTV से कैद हुई थी, जिसे खंगाला जा रहा है." - स्वर्ण प्रभात, एसपी
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