संभल : हाथरस हादसे के जिम्मेदार माने जाने वाले नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा का संभल जिले से भी गहरा नाता रहा है. संभल जिले में उनका भोले बाबा प्रवास कुटिया के नाम से आलीशान आश्रम बना हुआ है. करीब आठ बीघे में बने आश्रम में फिलवक्त सन्नाटा पसरा हुआ है. संभल के इस आश्रम में प्रवास के दौरान भोले बाबा एक युवती को लेकर विवादों में आ गए थे. इसके बाद उन्होंने इस आश्रम से किनारा कर लिया और 2015 के बाद यहां नहीं आए.
प्रवास कुटिया के नाम से बना आश्रम संभल जिले के चंदौसी तहसील इलाके के सराय सिकंदर गांव के समीप है. आश्रम के केयरटेकर महिलाल के अनुसार 2012 में आश्रम की स्थापना हुई थी. 2013 में नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा यहां आए थे और उन्होंने सत्संग किया था. भोले बाबा यहां करीब एक महीने तक रहे थे. आरोप है कि इसी दौरान भोले बाबा ने एक अनुयायी युवती से शादी की इच्छा जाहिर की. यह मामला काफी तूल पकड़ने लगा तो बाबा ने इस आश्रम से किनारा कर लिया. महिलाल के अनुसार भोले बाबा पिछले 10 साल से आश्रम नहीं लौटे हैं. हालांकि अब आश्रम में सत्संग नहीं होता है, लेकिन सेवा का कार्य लगातार जारी है.
महिलाल ने बताया कि यह आश्रम लगभग 8 बीघा जमीन पर बना हुआ है. जिसकी कीमत कई करोड़ की है. आश्रम भोले बाबा की पत्नी के नाम है. महिलाल के अनुसार बाबा के अनुयायियों ने आपस में चंदा इकट्ठा करके जमीन खरीदी थी और निर्माण कराया था. आपस में कोई विवाद न हो इसके लिए आश्रम को बाबा की पत्नी के नाम करा दिया गया था. हाथरस घटना पर महिलाल ने बाबा का हाथ होने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही की वजह से हादसा हुआ है.