जयपुर. उत्तर प्रदेश के हाथरस में जिस हरि भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से 120 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. उसका राजस्थान से भी कनेक्शन सामने आया है. जेईएन भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड हर्षवर्धन मीणा का हरि भोले बाबा से कनेक्शन था. वह हर्षवर्धन के दौसा स्थित आश्रम में रुका भी था, लेकिन पेपर लीक मामले में हर्षवर्धन की तलाश में एसओजी जब उसके ठिकानों पर पहुंची तो बाबा आश्रम छोड़कर चला गया. दरअसल, हर्षवर्धन मीणा जेईएन भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड है. उसे एसओजी ने इस साल फरवरी में गिरफ्तार किया था. उसकी गिरफ्तारी से पहले हरि भोले बाबा हर्षवर्धन मीणा के दौसा स्थित आश्रम में रुका था. हर्षवर्धन को एसओजी ने नेपाल बॉर्डर से पकड़ा था.
एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह का कहना है, यह संयोग है कि जब एसओजी हर्षवर्धन मीणा की तलाश कर रही थी. तब सामने आया कि उसका एक बाबा के आश्रम पर आना-जाना है. वहां जब एसओजी और पुलिस की आवाजाही बढ़ी, तो बाबा वहां से चले गए और राजस्थान भी छोड़ दिया. बाद में जांच में सामने आया कि जिस आश्रम में बाबा ठहरता था. वह आश्रम हर्षवर्धन का ही है और बाबा वहां रहता था. हालांकि, उन्होंने बाबा के पेपर लीक मामले में संलिप्तता के सवाल पर कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि परीक्षाओं के पेपर लीक से बाबा का कोई लेना-देना है.
हर्षवर्धन ने डमी अभ्यर्थी बिठा पत्नी को बनाया एसआई : एसओजी की पड़ताल में सामने आया कि हर्षवर्धन ने काली कमाई दौसा में जमीनों में निवेश की है. उसका जयपुर के जगतपुर में 65 लाख का एक बंगला है. दौसा की गोवर्धन वाटिका में 1100, 1000 और 200 वर्गगज के तीन प्लॉट हैं. रोठड़ा में 250 गज का प्लॉट, सालिमपुर में मकान, महुआ में चार दुकान, भरतपुर के छोंकरवाड़ा में पौने दो बीघा जमीन, सालिमपुर (दौसा) में 18 बिस्वा और 6 बिस्वा जमीन है. लालसोट रेलवे स्टेशन के पास भी बेशकीमती जमीन में उसकी हिस्सेदारी है. हर्षवर्धन मीणा ने पटवारी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कर अपने कई दोस्तों को पटवारी बनाया. उसकी पत्नी सरिता पहले से सरकारी सेवा में है. उसने एसआई भर्ती-21 में डमी अभ्यर्थी बिठाकर पत्नी को परीक्षा पास करवाई.