हाथरस: छात्र कृतार्थ हत्याकांड में परिजनों को पुलिस की बताई मर्डर की वजह पर यकीन नहीं हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि हत्या की कुछ और वजह रही होगी. पुलिस असली कारणों को छुपा रही है या उनको जान नहीं पा रही है. साथ ही परिजनों ने मांग की है कि, पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए. साथ ही बच्चों का भविष्य खराब ना हो इसके लिए स्कूल भवन पर बुलडोजर चलाया जाए. वहीं स्कूल के बंद होने से 700 बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ गया है.
दरअसल, जिले के सहपऊ थाना इलाके के रासगवां के DLB पब्लिक स्कूल में 11 साल के छात्र की 23 तारीख की रात को तंत्र साधना के चलते स्कूल संचालक और उसके पिता ने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर हत्या कर दी. सुबह जब परिजनों को इस बात की जानकारी हुई तो बच्चे का पिता परिजनों के साथ स्कूल पहुंचे. तभी स्कूल संचालक दिनेश बघेल अपनी कार में बच्चे के शव को डालकर मौके से फरार हो गया. परिजनों ने सादाबाद में दिनेश बघेल को गाड़ी सहित पकड़ लिया. गाड़ी से ही बच्चे का शव भी बरामद हो गया. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आनन फानन में नामजद स्कूल संचालक दिनेश बघेल सहित उसके पिता और तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
मृतक छात्र के परिजन घनश्याम सिंह ने आरोप लगाया है कि, पुलिस विभाग ने तंत्र विद्या के लिए बच्चों को मारने की वजह बताई है, लेकिन हमको और भी शंकाएं हैं. इसमें और भी कड़ियां हो सकती हैं. पुलिस कोशिश करे तो और भी कारण निकल कर आएंगे. साथ ही मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की ताकि कोई भी दरिंदा बच नहीं पाए. वहीं आक्रोशित परिजनों की मांग पर हाथरस के पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल ने बताया है कि, आरोपियों को रिमांड पर लिया जाएगा. उनके पूछताछ में कुछ और खुलासे हो सकते हैं.
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम शनिवार को हाथरस पहुंची. टीम ने मृतक छात्र कृतार्थ के घर पहुंच कर उसके परिवार से बातचीत की. देवेंद्र शर्मा के घर पहुंचते ही परिजन काफी भावुक हो गए जिन्हें देवेंद्र शर्मा ने गाले लगाकर ढांढस बंधाया. वहीं मीडिया से बातचीत में आयोग के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने बताया कि, बच्चे की हत्या हुई है इसकी जांच होगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा सबसे पहले चार्जशीट जल्दी से दाखिल हो. मामला फास्ट ट्रैक में जाएगा जिससे दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी. उन्होंने कहा कि हत्या के क्या कारण थे वह जांच के बाद ही सामने आएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि, बाल अधिकार संरक्षण आयोग बच्चों के अधिकार और संरक्षण के लिए काम करता है. सरकार बच्चों के साथ रहेगी जो बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं उनके लिए बातचीत का रास्ता निकालेंगे. उन्होंने बताया कि मानकों की भी जांच होगी मानक अधूरे हैं तो उसे पर कार्रवाई होगी.