नूंह/चंडीगढ़: हरियाणा में इस सूरज मानो आसमान से आग उगल रहा है. प्रदेश में पारा लगातार बढ़ रहा है. हालत ये हो गई है कि दोपहर के समय घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है. इंसान तो इंसान जानवर भी गर्मी से बेहाल हैं. भीषण गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने प्रदेश में चेतावनी जारी है. लोगों से अपील की गई है कि दोहपर के समय अगर जरूरी ना हो तो घर से बाहर ना निकलें.
हरियाणा में अधिकतम तापमान 43 के पार
हरियाणा में इस समय कई जिलों में पारा 43 डिग्री के पार पहुंच गया है. रविवार को सबसे ज्यादा नूंह जिले में 43.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. सोनीपत में 42.2 डिग्री, पलवल में 42.3 और रोहतक में 42 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. जबकि हरियाणा में रविवार को न्यूनतम तापमान यमुनानगर जिला का रहा, जहां 22 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया.
10 मई को बारिश के आसार
चंडीगढ़ मौसम विभाग ने आने वाले तीन दिनों तक फिलहाल मौसम में किसी बदलाव की संभावना नहीं जताई है. प्रदेश में गर्मी इसी तरह प्रचंड रूप से जारी रहेगी. 10 मई को मौसम में कुछ बदलाव हो सकता है. चंडीगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक 10 मई को आसमान में गरज-चमक देखी जायेगी. इस दिन से मौसम कुछ करवट लेगा और हल्की बारिश के आसार बन सकते हैं.
गर्मी के चलते नेताओं की रैलियों में नहीं पहुंच रहे लोग
नूंह जिले में तालाबों के सूखने और नहरों में पानी नहीं होने की वजह से गर्मी अन्य जिलों के मुकाबले कुछ ज्यादा ही देखने को मिलती है. चुनाव का समय चल रहा है. नेताओं के दौरे और रैलियां हो रही हैं. लेकिन गर्मी ने लोगों के हौसले पस्त कर दिए हैं. यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी की रैलियों में तो भीड़ भी काफी कम पहुंची है. जिसके लिए गर्मी को बड़ी वजह माना जा रहा है. गर्मी से बचने के लिए लोग नींबू, तरबूज, शिकंजी और गन्ने के रस का उपयोग कर रहे हैं.
गर्मी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
स्वास्थ्य विभाग भी लगातार हीट वेव (लू) को देखते हुए एहतियात बरत रहा है. जिला प्रशासन लगातार बैठकों करके आम लोगों को जरूरी हिदायत दे रहा है. इस बारे में नूंह जिले के स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर विशाल सिंगला ने कहा कि भीषण गर्मी में दोपहर के समय लोग अपने घर से बाहर कम निकलें. गहरे रंग के कपड़े नहीं पहने और इसके अलावा पूरे शरीर को ढककर बाहर निकलें. डॉक्टर सिंगला ने कहा कि हीट वेव को देखते हुए अस्पताल में स्पेशल वार्ड बनाया गया है. जिसमें ऐसे मरीजों को रखा जा सकता है. कुल मिलाकर स्वास्थ्य विभाग हीटवेव से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.