पंचकूला: हरियाणा रोडवेज में अब बस ड्राइवर और कंडक्टरों को अपनी फिटनेस पर ध्यान देना होगा. यदि ऐसा नहीं किया, तो उन्हें मेडिकल रेस्ट पर भेज दिया जाएगा. सभी बस ड्राइवर और कंडक्टर इससे बच भी नहीं सकेंगे, क्योंकि हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच के लिए रोडवेज वर्कशॉप में मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे. इसके लिए हरियाणा परिवहन विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा गया है.
रोडवेज बस ड्राइवर और कंडक्टर की फिटनेस जरूरी: हर जिले में जिला सिविल सर्जन से संपर्क बनाने के लिए हरियाणा रोडवेज महाप्रबंधक को अधिकृत किया गया है. मेडिकल कैंप लगाने की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अंबाला से की गई है. फिर समूचे प्रदेश की रोडवेज वर्कशॉप में मेडिकल कैंप लगेंगे. दरअसल, हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने रोडवेज के बस ड्राइवरों और कंडक्टरों की स्वास्थ्य जांच के निर्देश दिए थे.
रोडवेज कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच: हरियाणा रोडवेज यूनियन ने परिवहन मंत्री से बस ड्राइवरों और कंडक्टरों की स्वास्थ्य जांच करवाने की मांग की थी. इस मांग को मानते हुए विज ने बीते दिनों विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को रोडवेज वर्कशॉप में मेडिकल कैंप लगाने के निर्देश दिए. विभागीय अधिकारियों के अनुसार स्वास्थ्य जांच के दौरान कर्मचारियों को गंभीर रोगों से बचाने में मदद मिलेगी. अस्वस्थ कर्मचारियों को मेडिकल रेस्ट भी दिया जायेगा.
बेड़े में शामिल होंगी 650 नई बसें: हरियाणा सरकार यात्रियों की सुविधा के लिए रोडवेज के बेड़े में जल्द ही 650 नई बसें शामिल करेगी. इनमें 150 एसी बसें और 500 नॉन एसी बसें शामिल होंगी. इनकी अप्रूवल के लिए हाई पावर परचेज कमेटी के पास अनुमोदन भेजा जायेगा. परिवहन मंत्री अनिल विज ने बताया कि इन बसों में बीएस 6 मापदंड के इंजन होंगे.
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