जींद: हरियाणा की आबोहवा इन दिनों खराब होती जा रही है. जहरीली हवा में लोगों का दम घुट रहा है. इस बीच प्रदेश के कई जिलों का एक्यूआई बेहद ही खराब स्थिति में है. कई जिलों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहता है. बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए सरकार की ओर से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को छुट्टी दे दी गई है. इस बीच कई निजी स्कूल के बच्चे स्कूल जाते नजर आए, जिस पर शिक्षा विभाग जल्द कार्रवाई करेगा.
गुरुग्राम की हवा हुई जहरीली: वहीं, बुधवार सुबह कई जिलों में वायु प्रदूषण स्तर डराने वाला रहा. बात अगर जींद जिले की करें तो यहां एक्यूआई 355 थी. गुरुग्राम में स्थिति और भी डराने वाली है. यहां का एक्यूआई सुबह 419 दर्ज किया गया. वहीं, हिसार में 324 एक्यूआई दर्ज किया गया. भिवानी में 246, फरीदाबाद में 307 एक्यूआई दर्ज किया गया. पानीपत में 270, नारनौल में 332 एक्यूआई दर्ज किया गया. कुरुक्षेत्र में 205, रोहतक में 250 एक्यूआई दर्ज किया गया. इसके अलावा सिरसा में भी स्थिति बेहद खराब रही यहां एक्यूआई 317 दर्ज किया गया. इसी तरह तकरीबन हर जिले की स्थिति यही रही. हालांकि पंचकूला में 172 एक्यूआई होने से यहां के लोगों को राहत है.
छुट्टी के बावजूद कई बच्चे स्कूल जाते दिखे: जिले में खराब मौसम और प्रदूषण को देखते हुए 12वीं तक कक्षा की छुट्टियों के आदेश डीसी द्वारा जारी किए गए थे. इसके बावजूद कई निजी स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे स्कूलों में जाते दिखाई दिए. इसे लेकर खंड शिक्षा अधिकारी जुलाना प्रदीप दहिया ने बताया कि शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किए हैं कि सभी सरकारी और निजी स्कूलों के पांचवीं तक के बच्चों की छुट्टी रहेगी. अगर कोई स्कूल संचालक स्कूल खोले मिलता है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. अब जिन स्कूलों के बच्चे छुट्टी के बावजूद स्कूल जाते दिखे हैं, उन स्कूलों पर कार्रवाई होगी.
प्रदूषण को देखते हुए ग्रेप 4 लागू: बढ़ते प्रदूषण को देखते हुई कई जिलों में ग्रेप 4 लागू हो गया है. इस कारण कई जिलों में निर्माण और ध्वंस से संबंधित सभी प्रकार की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. बोरिंग और ड्रिलिंग कार्यों सहित खुदाई और भराई के लिए मिट्टी का काम, ओपन ट्रेंच सिस्टम से सीवर लाइन, पानी की लाइन, ड्रेनेज और इलेक्ट्रिक केबलिंग आदि बिछाने पर रोक लगा दी गई है. इसके अलावा पेंटिंग, पॉलिशिंग, वार्निशिंग कार्य, टाइल्स, पत्थरों और अन्य फ्लोरिंग सामग्री की कटिंग, सड़क निर्माण गतिविधियां और प्रमुख मरम्मत, परियोजना स्थलों के भीतर आदि निर्माण पर रोक लगाया गया है.
सांस के मरीजों की बढ़ी परेशानी: इधर, वायु प्रदूषण बढ़ने से लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. कई जिलों में 24 घंटे स्मॉग रहने के कारण घर के अंदर भी लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी हो रही है. दीपावली के बाद से लगातार प्रदूषित हो रहे पर्यावरण से बुजुर्गों, सांस के रोगियों और टीबी के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. अस्पताल में हर दिन लोग उपचार के लिए पहुंच रहे हैं. सुबह-शाम कोहरा छाए रहने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. इस बीच पांडू पिंडारा कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विशेषज्ञ डॉ. राजेश ने बताया कि आगामी तीन दिनों तक मौसम में कोई खास परिवर्तन नहीं हेागा. तापमान में एक से दो डिग्री तक की गिरावट आ सकती है.
ये भी पढ़ें: GRAP-4 लागू करने में देरी पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, NCR में 12वीं कक्षा तक स्कूल बंद करने का निर्देश