बजट सत्र के तीसरे दिन अविश्वास प्रस्ताव गिरा: हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन सदन में कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. जिसे सर्वसम्मति से खारिज कर दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पिछली बार कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी. तब मुझे इनमें थोड़ा जोश लगा था. तब सरकार के साढे तीन साल बचे थे, तो सोचा होगा कि सरकार गिरा देंगे, लेकिन अब तो सरकार के पास ज्यादा समय भी नहीं है. अब कोई जोश नहीं है. कांग्रेस विधायक पानी पीपी कर सरकार को कोस रहे हैं.
सीएम ने की दो बड़ी घोषणाएं: बजट सत्र के तीसरे दिन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सदन में 2 बड़ी घोषणाएं की. उन्होंने कहा कि शहरी इलाके में 20 साल से मकान में रह रहे लोगों को मालिकाना हक दिलाने के लिए एक सप्ताह में पॉलिसी लाई जाएगी. इसके अलावा उन्होंने तिगांव को सब-डिविजन का दर्जा देने का ऐलान किया.
सीएम ने गिनवाई घोटालों की लिस्ट: सीएम ने कहा कि अगर हमसे कोई गलती हुई है, तो उसका सुधार कर एक्शन भी लिया, लेकिन अपनी गलतियों को कारपेट के नीचे नहीं सरकाया. सीएम ने कहा कि घोटालों की बहुत बात की गई. कांग्रेस का पहला घोटाला था जीप घोटाला. आकाश में 2 जी घोटाला और पाताल में कोयला घोटाला, हरियाणा में एजीएल घोटाला, इंडस्ट्रियल प्लॉट के घोटाले हुए. इसके अलावा भी बहुत हुए जिसकी लिस्ट लंबी है.
कांग्रेस पर साधा निशाना: कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि कांग्रेस से अविश्वास का नाता पुराना है. कांग्रेस में लोग अपने घर में किसी पर विश्वास नहीं कर रहे. कांग्रेस को विश्वास नहीं था कि 370 हट नहीं सकती. राम मंदिर पर भी कांग्रेस ने कहा था कि ये नहीं बन सकता. उन्होंने कहा कि ये हमारी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव क्यों लाए. वो मैं बताता हूं. सीएम ने कहा कि कांग्रेस जिन कामों को कर नहीं सकी, वो हमने किए. आज बिना पर्ची खर्ची के नौकरी लग रही है. 88 हजार नौकरी कांग्रेस ने लगाई. वहीं 1 लाख से ज्यादा हमने लगाई. अभी 20000 और भर्ती होने वाली है.
एचपीएससी को लेकर सीएम ने कहा कि 2005 से 2014 तक 3593 लोगों को नौकरी मिली. उसके बाद अप्रैल 2015 से इस साल तक 6808 नौकरियां पूरी हो जाएंगी. सीएम ने कहा कि बुढ़ापा पेंशन अपने आप लोगों के घर पहुंच जाएगी. ये कांग्रेस ने कहां सोचा था. बहुत लोग ऐसे थे. जिसको पेंशन नहीं मिल रही थी. हमने सवा लाख लोगों के घर जाकर उनके हस्ताक्षर लिए और पेंशन शुरू की. उन्होंने कहा कि विधायक गीता भुक्कल की बेटी असिस्टेंट प्रोफेसर लगी, जो दिखती है कि हमारी भर्ती में कितनी पारदर्शिता है. अगर कांग्रेस सरकार होती और उन्हें पता चल जाता कि कोई हमारा (बीजेपी) रिश्तेदार है, तो वो नहीं लगता. इसपर गीता भुक्कल ने कड़ी आपत्ति जताई. गीता भुक्कल ने कहा कि मैं अपनी बेटी को बोल दूंगी कि वो रिजाइन कर दे. आपने बहुत बड़ा अहसान कर दिया. इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं उसका सम्मान करुंगा.