चंडीगढ़: हरियाणा बीजेपी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल की मौजूदगी में सुभाष बराला ने नामांकन दाखिल किया. इस दौरान हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कांवरपाल गुर्जर, राज्य मंत्री संदीप सिंह और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी भी मौजूद रहे. इस चुनाव से हरियाणा से सुभाष बराला का निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है.
CM की मौजूदगी ने सुभाष बराला ने भरा नामांकन: सुभाष बराला के नामांकन पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा है "हरियाणा भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री सुभाष बराला जी के राज्यसभा हेतु नामांकन के दौरान उपस्थित रहा। भारतीय संसद के उच्च सदन में पहुंचकर वे निश्चित ही हरियाणा की विकास यात्रा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे, ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है। उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं !…"
'सुभाष बराला को राज्यसभा भेजने का फैसला सराहनीय': सुभाष बराला के राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने पर हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने कहा है "सुभाष बराला को बहुत-बहुत बधाई. यह पार्टी ने बहुत अच्छा निर्णय लिया है. सुभाष बराला किसान परिवार से आते हैं. आज उन्होंने अपना नामांकन भरा है. लंबे समय तक सुभाष बराला किसानों की आवाज बुलंद करते रहे हैं. पार्टी ने किसान के बेटे को जो राज्यसभा में भेजने का निर्णय लिया है, उसके लिए मुख्यमंत्री और तमाम केंद्रीय नेताओं का दिल से धन्यवाद करता हूं. सुभाष बराला के अनुभव का अच्छा असर पार्टी को भी देखने को मिलेगा.''
नामांकन दाखिल कर सुभाष बराला ने गिनाई प्राथमिकताएं: नामांकन पत्र दाखिल करने पर सुभाष बराला ने पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष नायब सैनी और तमाम पार्टी नेतृत्व का आभार प्रकट किया. इस दौरान सुभाष बराला ने कहा "मेरे जैसे कार्यकर्ता के ऊपर इतना विश्वास जताकर राज्यसभा भेजने के लिए पार्टी नेतृत्व का आभार. हरियाणा समेत तमाम जितने भी विषय इस प्रकार के होंगे जिसमें गरीब महिला और खासतौर पर किसानों के मुद्दे होंगे उसे राज्यसभा में उठाने का प्रयास करूंगा."
कांग्रेस पर बरसे नायब सिंह सैनी: नायब सैनी ने कहा कि कांग्रेस जातिवाद, क्षेत्रवाद और परिवारवाद से ग्रसित पार्टी है. कांग्रेस ने एसे बिरादरियों को खड़े करने की कोशिश की वह समाज के लिए ठीक नहीं है. कांग्रेस को प्रशंसा करनी चाहिए कि बीजेपी एक किसान पुत्र को राज्यसभा में भेज रही है. जात पात की राजनीति कांग्रेस करती है बीजेपी राष्ट्र की मजबूती के काम करती है.
नायब सैनी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में गरीब व्यक्ति का जो विकास हुआ है, इससे कांग्रेस में खलबली है. इसलिए कांग्रेस के बड़े नेता राज्यसभा के रुख कर रहे है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में परिवार को पहले अहमियत दी जाती है, इसलिए राजयसभा में कांग्रेस के बड़े नेता नामांकन भर रहे है. हरियाणा के किसान के लिए भी खुशी की बात है.
वहीं, इस दौरान पूर्व राज्यसभा सदस्य डीपी वत्स ने कहा "किसान पुत्र को राज्यसभा में भेजने के लिए नॉमिनेट किया. यह अच्छी बात है कि किसान पुत्र को राज्यसभा भेजने का काम किया जा रहा है. बराला को बहुत बड़ा ब्राह्मण मानता हूं. कांग्रेस जात पात से ऊपर उठकर राष्ट्र को मजबूत करने वाली मानसिकता तैयार करे."
जाट समाज को साधने की कोशिश: राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सुभाष बराला को राज्यसभा भेजकर बीजेपी हरियाणा में जाट वोट बैंक को साधने की कोशिश में है. दरअसल सुभाष बराला जाट समुदाय से ही आते हैं. इससे पहले विपक्ष बीजेपी पर लगातार जाट समुदाय की अनदेखी का आरोप लगाता रहा है. ऐसे में सुभाष बराला को राज्यसभा भेजकर बीजेपी हरियाणा के जाट समाज को एक खास राजनीतिक संदेश देना चाह रही है.
27 फरवरी को राज्यसभा का चुनाव: बता दें कि देश के 15 राज्यों में 56 राज्यसभा सीटों पर राज्यसभा चुनाव होना है. राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आज ( गुरुवार, 15 फरवरी को) अंतिम तारीख है. वहीं, 27 फरवरी को चुनाव है. हरियाणा से सुभाष बराला का राज्यसभा पहुंचना तय माना जा रहा है, क्योंकि विपक्ष दल से किसी को भी उम्मीदवार के तौर पर नहीं उतारा गया है.
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