पानीपत: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 का आगाज हो चुका है. चुनाव की तिथि तय होने के बाद सभी पार्टियों के कार्यकर्ता और टिकटों के दावेदार अपने विधानसभा क्षेत्र में अपना प्रचार तेज कर रहे हैं. पानीपत जिले की पानीपत शहरी विधानसभा की अगर बात करें तो इस विधानसभा में मौजूदा विधायक बीजेपी पार्टी के प्रमोद विज है. 2014 के विधानसभा चुनाव में पानीपत शहरी विधानसभा से विधायक बीजेपी पार्टी की रोहिता रेवड़ी रही है. पार्टी ने 2019 में रोहिता रेवड़ी का टिकट काटकर प्रमोद विज को दिया था. इसके बाद सही रोहिता रेवड़ी ने पार्टी से किनारा करना शुरू कर दिया था और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले रोहिता में शामिल हो गई थी.
अब रोहिता रेवड़ी भी कांग्रेस पार्टी की टिकट से पानीपत शहरी विधानसभा के लिए दावेदारी कर रही है. रोहिता रेवड़ी के साथ-साथ 9 अन्य भी टिकट की दावेदारी दिखा रहे हैं. वहीं, बीजेपी पार्टी की अगर बात करें तो बीजेपी पार्टी से मौजूदा विधायक रहे प्रमोद विज, हाल ही में मेयर रही अवनीत कौर, पूर्व सांसद संजय भाटिया की पत्नी अंजू भाटिया सहित चार कार्यकर्ता टिकट की दौड़ में है.
पानीपत ग्रामीण विधानसभा: पानीपत ग्रामीण विधानसभा में 2009 के कांग्रेस कार्यकाल में मंत्री रहे ओमप्रकाश जैन के बाद 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के युवा नेता महिपाल डंडा ने इस सीट पर अपनी जीत दर्ज की थी. 2019 में फिर से महिपाल ढांडा ने फिर से कमल खिलाया था. अब इस विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा कांग्रेस पार्टी के दावेदार टिकट का प्रयास कर रहे हैं. इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस की टिकट के लिए 54 दावेदारों ने आवेदन किया है. बीजेपी पार्टी से 26 वार्ड में पार्षद चुने गए विजय जैन भी अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं, जो ग्रामीण विधानसभा से टिकट की मांग कर रहे हैं.
समालखा विधानसभा: समालखा विधानसभा से मौजूदा कांग्रेस के विधायक धर्म सिंह छोकर है. लेकिन आज तक बीजेपी पार्टी यहां अपना विधायक नहीं बना सकी. 2014 निर्दलीय चुनाव जीतकर रविंदर मछरौली ने कांग्रेस पार्टी के धर्म सिंह छोकर को हराया था. उसके बाद रविंदर मछरौली बीजेपी पार्टी में शामिल हो गए थे. 2019 के चुनाव में समालखा की जनता ने कांग्रेस पार्टी के नेता धर्म सिंह छोकर को अपना विधायक चुना.
लेकिन इस बार कांग्रेस में समालखा विधानसभा से टिकट के दावेदारों की लिस्ट भी बहुत लंबी है. 21 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की टिकट के लिए आवेदन भी किया है. सभी दावेदार क्षेत्र में सक्रिय हो चुके हैं और धर्म सिंह छोकर पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप है, जिसके चलते अभी क्षेत्र में दिखाई नहीं दे रहे हैं. वहीं, समालखा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी पार्टी के दावेदारों की अगर बात करें तो शशिकांत कौशिक यहां से दो बार बीजेपी पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं. पर उन्हें जीत नहीं मिल पाई. अब शशिकांत कौशिक के साथ-साथ अभी कुछ ही समय से क्षेत्र में मनमोहन भड़ाना सक्रिय हो चुके हैं. इसके अलावा दो अन्य नेता भी बीजेपी पार्टी के टिकट के दावेदारी दिखा रहे हैं.
इसराना विधानसभा: पानीपत जिले की इसराना विधानसभा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधानसभा है. इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक बलबीर वाल्मीकि है. उन्होंने 2019 में बीजेपी पार्टी के कृष्ण लाल पंवार को हराकर जीत दर्ज की थी. 2014 में कृष्ण लाल पवार ने बलबीर वाल्मीकि को हराया था. इसराना विधानसभा से भी कांग्रेस की टिकट के दावेदारों की लाइन बहुत लंबी है. इसराना से 33 दावेदारों ने कांग्रेस पार्टी की टिकट के लिए आवेदन किया है. वहीं, बीजेपी पार्टी में अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस बार कृष्ण लाल पंवार इसराना विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे या नहीं बीजेपी पार्टी के भी पांच नेता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं.