कुरुक्षेत्र: हरियाणा के विधानसभा चुनाव में नौ दलों ने मिलकर महागठबंधन का निर्माण किया है. महागठबंधन के नेताओं ने कांग्रेस और बीजेपी को सीधे चुनौती देने की रणनीति बनायी है.
चुनाव के लिए रणनीति: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के तमाम नेता मंथन कर रहे हैं. पूर्व सांसद राजकुमार सैनी के अनुसार सभी बड़े दलों ने छोटे- छोटे समाजों के लोगों का शोषण बार- बार किया है. उन्हें पीछे धकलने का हमेशा प्रयास किया है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. वंचित समाज के लोगों को उनका हक मिलेगा. इसी सिलसिले में पन्द्रह अगस्त को सोनीपत में एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे लोगों के साथ जो भेदभाव हुआ है उस भेदभाव को तभी हटा सकते हैं जब हमलोग स्वंय शासन करने के लिए सामूहिक रुप से ताकत पैदा करें.
जनता से वादे: महागठबंधन ने यह निर्णय लिया है जिन जातियों के साथ भेदभाव हुआ है उनकी जातिगत जनगणना कर के आरक्षण दिया जाएगा. उनकी संख्या के आधार पर आरक्षण दी जाएगी. एक परिवार में एक रोजगार की सुनिश्चिचता की जाएगी. मनरेगा के माध्यम से किसान मजदूरों को जोड़कर लोगों की आमदानी को दुगुना किया जाएगा. विकलांग, विधवा वृद्ध को पांच हजार मासिक पेंशन मिलेगा. बेरोजगार बच्चों को जब तक नौकरी न मिल जाए तब तक उन्हें दस हजार भत्ता दिया जाएगा.
पूरे देश में चुनाव लड़ेंगे: महागठबंधन के तहत पूरे देश में चुनाव लड़ा जाएगा. महागठबंधन के नेताओं के अनुसार जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहां महागठबंधन के दल जो ज्यादा मजबूत हैं वहां वह चुनाव लड़ेगा. सभी दल उस पार्टी को सहयोग करेंगे. जल्द ही आपस में बैठक कर के टिकटों का बंटवारा कर लिया जाएगा.
महागठबंधन में शामिल दल: महागठबंधन में नौ दल शामिल हैं. ये हैं-
1. लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी
2. ग्लोबल रिपब्लिकन पार्टी
3. भारतीय वीर दल
4. राष्ट्रवादी परिवर्तन पार्टी
5. सर्वजन लोक शक्ति पार्टी
6. लिबरल सोशलिस्ट पार्टी
7. भारतीय जनराज पार्टी
8. बहुजन मुक्ति पार्टी
9. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
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