रुड़की: हरिद्वार जिले की झबरेड़ा थाना पुलिस ने स्कूल के चौकीदार की मर्डर मिस्ट्री का खुलासा किया है. पुलिस ने हत्या करने वाले स्कूल के माली और ड्राइवर समेत वारदात में शामिल अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त डंडा और अन्य सामान भी बरामद कर लिया है. पुलिस अब सभी आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश करने की तैयारी कर रही है.
ये है मामला: दरअसल, झबरेड़ा थाना पुलिस को बीती 5 अक्टूबर के दिन सूचना मिली कि इकबालपुर क्षेत्र स्थित हेरिटेज ग्लोबल स्कूल में नियुक्त चौकीदार इकबाल को लाठी-डंडों से पीट पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया है. सूचना मिलते ही तत्काल सीओ मंगलौर विवेक कुमार और थानाध्यक्ष झबरेड़ा अंकुर शर्मा पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही गंभीर रूप से घायल इकबाल को उसके परिजन रुड़की के सिविल अस्पताल लेकर चले गए थे. पुलिस टीम द्वारा मौके पर पड़ताल करते हुए स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए, जिसमें देखा गया कि एक अज्ञात व्यक्ति इकबाल को डंडे से बुरी तरह पीट रहा है.
रास्ते में तोड़ा दम: वहीं घायल की स्थिति गंभीर होने पर उसे डॉक्टरों द्वारा हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया. लेकिन रास्ते में ही इकबाल ने दम तोड़ दिया. इसके बाद मृतक के बेटे ने पुलिस को अज्ञात के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की.
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल द्वारा एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह से वार्ता की और पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए. जिसके बाद एसपी देहात के निर्देश पर घटना में शामिल आरोपियों की तलाश और धर पकड़ के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया.
ड्राइवर पर हुआ शक: स्कूल से जुड़ा प्रकरण होने के कारण स्कूल के शिक्षकों, सपोर्टिंग स्टाफ और छात्र-छात्राओं से कई दिनों की पूछताछ का एक लंबा दौर चला. वहीं अलग-अलग सूचनाओं को आपस में जोड़ने के बाद और स्कूल स्टाफ पर फोकस करने पर पुलिस को स्कूल के ड्राइवर टिंकू के व्यवहार पर संदेह हुआ. पुलिस ने ड्राइवर टिंकू से पूछताछ की तो हत्या में शामिल किरदार राजा (स्कूल का माली) और उसके रिश्तेदार दीपक की जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस टीम ने लगातार संभावित स्थानों पर दबिश देकर वारदात में शामिल अन्य आरोपियों को भी दबोचने में सफलता हासिल की. पुलिस टीम ने आरोपी टिंकू पुत्र जय कुमार की गिरफ्तारी झबरेड़ा थाना क्षेत्र और राजा पुत्र नागेंद्र और दीपक को उत्तर प्रदेश के देवबंद से गिरफ्तार किया.
स्कूल प्रबंधन का विश्वासपात्र था इकबाल: पुलिस ने खुलासे में बताया कि मृतक इकबाल हेरिटेज ग्लोबल स्कूल में पिछले 10-12 वर्षों से स्कूल में चौकीदारी का काम कर रहा था. वहीं लंबा वक्त होने के कारण मृतक स्कूल प्रबंधन का विश्वासपात्र होने के साथ-साथ स्कूल में नियुक्त ड्राइवर, माली के कामों की देखरेख की जिम्मेदारी भी देखता था. आरोपी टिंकू (ड्राइवर) और राजा (माली) चौकीदार इकबाल द्वारा समय-समय पर की जाने वाली टोकाटाकी से काफी समय से नाराज चल रहे थे. वहीं टिंकू स्कूल में भी घास कटाई और स्कूल मालिकों के यहां गाय-भैंस का दूध निकालने का भी काम करता था.
टोकाटोकी से परेशान थे टिंकू और राजा: घटना के दिन टिंकू का रिश्तेदार दीपक करीब 10 बजे टिंकू से मिलने हैरीटेज स्कूल गया, जहां से दोनों स्कूल वैन में छात्रों को घर छोड़ने गए. बच्चों को छोड़ने और स्कूल वैन को घर पर खड़ी करने के बाद दोनों आरोपी शिवपुर गए और फिर वापस इकबालपुर पहुंचे. जहां दोनों ने ठेके से शराब खरीदी और तीसरे आरोपी राजा को भी मौके पर बुला लिया. एक साथ शराब पीने के दौरान टिंकू और राजा ने चौकीदार इकबाल की बार-बार की जाने वाली रोक-टोक का जिक्र करते हुए मिलकर इकबाल को सबक सिखाने की योजना बनाई और दीपक को इस काम के लिए ये कहकर राजी किया कि बाहर का होने के कारण उसे यहां कोई नहीं जानता है.
कैमरे से मिली पुलिस को सहायता: इसके बाद दीपक ने राजा को स्कूल में इकबाल की रेकी करने के लिए और सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग बंद करने के लिए भेजा. लेकिन राजा कैमरे बंद नहीं कर पाया. दीपक के हाथ में टैटू था जिससे पहचान का खतरा था. इसलिए तीनों इकबालपुर मेडिकल स्टोर से 4 पट्टियां खरीदकर लाए और शमशान घाट को जाने वाली चकरोड पर पहुंचकर बाइक खड़ कर गन्ने के खेत से होते हुए स्कूल की बाउंड्री के पास पहुंचे. जहां पर दीपक ने अपने कपड़े उतारे और टिंकू और राजा ने उसके दोनों हाथ पर पट्टियां बांधी. साथ ही बची हुई पट्टियों को उसके पैर में भी बांध दी.
दीपक ने डंडे से किया हमला: दीपक ने अपने पास पहले से मौजूद सफेद रंग के साफे से अपना चेहरा ढक लिया. टिंकू और राजा पहले स्कूल की बाउंड्री फांद कर अंदर गए और टहल रहे इकबाल को दूर से ही देखने लगे. कुछ समय बाद दोनों ने दीपक को स्कूल के अंदर बुला लिया. जहां दीपक ने मौका पाकर पीछे से इकबाल की कमर पर जोर की लात मारकर उसे नीचे गिरा दिया और उसके हाथ से डंडा छीनकर उसके हाथ पैरों में डंडे से तेजी से वार करने शुरू कर दिए. इकबाल को मारपीट कर घायल करने के बाद डंडे को मौके पर ही छोड़कर दीपक तुरंत तेजी से दौड़कर वापस आया और तीनों तुरंत स्कूल की दीवार फांद अपनी बाइक के पास आए.
दीपक ने गन्ने के खेत में ही हाथ और पैरो में पहनी हुई पट्टियां वहीं फेंक दी थी. उसके बाद दीपक ने अपने कपड़े पहने और तीनों बाइक से लाठरदेवा शेख होते हुए रेलवे स्टेशन रुड़की पहुंचे. दीपक को ट्रेन में बैठाकर टिंकू और राजा वापस अपने गांव आ गए. वहीं अगले दिन सुबह चौकीदार के मरने की जानकारी मिलने पर टिंकू और राजा ने दीपक को भी ये बात बताई. उधर पुलिस के संदेह से बचने के लिए टिंकू और राजा सामान्य व्यवहार दिखाने की कोशिश करते रहे.
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