हरिद्वार: जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने आज बहादराबाद पहुंचकर ताबड़तोड़ छापेमारी की. जिससे अधिकारियों, कर्मचारियों और स्टाफ में हड़कंप मच गया. छापेमारी के दौरान कई अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले. जिस पर उन्होंने वेतन रोकने के साथ उनसे स्पष्टीकरण मांगा है. इसके अलावा मृदा परीक्षण केंद्र में बिना आवेदन के सीएल एवं ईएल लगाने वालों पर जमकर फटकार लगाई. साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए.
विकास खंड कार्यालय बहादराबाद में 9 कार्मिक मिले गायब: दरअसल, आज यानी 7 नवंबर को हरिद्वार डीएम कर्मेंद्र सिंह ने बहादराबाद के विकास खंड कार्यालय, मृदा परीक्षण प्रयोगशाला, आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 19 और 12 का औचक निरीक्षण किया. इसके तहत सबसे पहले उन्होंने सुबह करीब 10ः10 बजे विकास खंड कार्यालय बहादराबाद में छापेमारी की. जहां 9 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए. जिसके बाद उन्होंने 10ः26 बजे मृदा परीक्षण केंद्र बहादराबाद में छापेमारी की.
मृदा परीक्षण केंद्र में गायब मिले 5 कर्मचारी: मृदा परीक्षण केंद्र में भी 5 कर्मचारी अनुपस्थित मिले. जिसमें से बिना आवेदन पत्र के 3 कार्मिकों की उपस्थिति में निर्बंधित एवं आकस्मिक अवकाश लिखा पाया गया. जिस पर उन्होंने सख्त नाराजगी जाहिर की और बिना आवेदन पत्र के किसी भी दशा में रजिस्टर में किसी भी प्रकार का अवकाश न लिखते हुए सीधे अनुपस्थिति लगाने को कहा.
आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के साथ बिताया समय: इसके बाद डीएम 10ः53 बजे सलेमपुर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे. जहां बच्चों के उपस्थिति रजिस्टर में 6 और 7 नवंबर की बच्चों के उपस्थिति कॉलम खाली (ब्लैंक) पाए जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र में उपस्थित बच्चों के साथ समय भी बिताया.
विकास भवन में 10 कर्मचारी मिले गायब: वहीं, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने भी सुबह 10.15 बजे विकास भवन में स्थित विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण किया. विकास भवन में स्थापित इन कार्यालयों में करीब 250 अधिकारियों और कर्मचारियों में 10 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. ऐसे में अनुपस्थित पाए गए 10 कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी जारी कर संबंधित कार्यालध्यक्षों को निर्देश देने को कहा गया है.
ड्यूटी से गायब कार्मिकों के वेतन रोकने के आदेश: डीएम कर्मेंद्र सिंह ने निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले कार्मिकों का वेतन रोकने और स्पष्टीकरण लेने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए. उन्होंने कहा कि जनता के कार्यालय पहुंचने से पहले अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्धारित समय पर कार्यालय पहुंचना होगा. समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित किए जाने को लेकर भविष्य में भी औचक निरीक्षण किया जाएगा.
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