पटना: बिहार में आरक्षण के मुद्दे पर सियासी बयानबाजी जारी है. कर्नाटक में ओबीसी के आरक्षण को छीनकर मुस्लिमों को देने के प्रधानमंत्री के बयान पर मुकेश सहनी ने कहा था कि प्रधानमंत्री इतना झूठ बोलते हैं कि हमलोगों को शर्म आ रही है. भाजपा द्वारा मंडल कमीशन को रोक कर रखने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने पर सवाल उठाया था कि "आप 10 साल से ताली बजा रहे थे क्या". मुकेश सहनी के इस बयान पर भाजपा कोटे के मंत्री हरि सहनी ने पलटवार किया है.
"वह क्या बोलेंगे. वह अपने आका के कहने पर बोल रहे हैं. प्रधानमंत्री और अमित शाह के खिलाफ जिस तरीके की भाषा का प्रयोग किया गया यह बिल्कुल गलत है. आज प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्द बोला जा रहा है, लेकिन यह वही प्रधानमंत्री जिन्होंने अनुच्छेद 370 बिना किसी खून खराबे हटा दिया."- हरि सहनी, मंत्री
मुकेश सहनी खुदगर्ज हो गये हैंः उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में जो काम किए हैं, यहां के जनता देख रही है. बावजूद उसके मुकेश साहनी ने जिस तरह से प्रधानमंत्री को अपशब्द कहा है वह कहीं से भी उचित नहीं है. चुनावी समय है बयानबाजी होती है लेकिन इस तरह का बयान को हम गलत मानते हैं. उन्होंने मुकेश सहनी को खुदगर्ज बताया. कहा कि भाजपा ने मुकेश सहनी को राजनीति में लाया इतना सम्मान दिया आज उसी को लेकर कुछ से कुछ बयान बाजी कर रहे हैं. जनता देख रही है और समय आ गया है ऐसे बड़बोले नेताओं को जनता जवाब देगी.
निषाद जाति के उम्मीदवार को टिकट नहींः हरि सहनी ने कहा कि मुकेश सहनी ने कहा था कि राजद ने उनकी पीठ में खंजर भोंका है. भारतीय जनता पार्टी ने उनको क्या इज्जत नहीं दिया. पहले भी उनको जब टिकट दिया गया था उन्होंने किसी निषाद जाति को टिकट नहीं दिया. ना तो लोकसभा में दिया ना विधानसभा में दिया. इस बार भी उन्हें तीन सीट दी गई लेकिन उन्होंने निषाद जाति के किसी भी कैंडिडेट को टिकट नहीं दिया.
इसे भी पढ़ेंः 'मछली हमलोग खाते हैं और कांटा मोदी जी के गले में लगता है', महागठबंधन की रैली में मुकेश सहनी का तंज - Mukesh Sahni On PM Modi
इसे भी पढ़ेंः 'बिहार में नागपुरिया कानून लागू नहीं होने देंगे, मोदी को हराकर वापस कर देंगे' - Tejashwi Yadav