हरदा। शहर में संचालित होम फाइनेंस कंपनी के दफ्तर में मजदूर युवक ने आत्महत्या करने की कोशिश की. गंभीर अवस्था में कंपनी के मैनेजर और कर्मचारियों ने उसे जिला अस्पताल मे भर्ती करवाया, जहां से गुरुवार दोपहर मे उसे रेफर कर दिया गया. लेकिन भोपाल जाते समय रास्ते मे उसकी मौत हो गई. मौत से पहले मजदूर ने फाइनेंस कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए. उसे फाइनेंस कंपनी वाले 3 महीने से लोन देने के लिए चक्कर लगवा रहे थे.
फाइनेंस कंपनी के मैनेजर पर गंभीर आरोप
मृतक ने मरने से पहले दिए बयान में फाइनेंस कंपनी के मैनेजर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया. मजदूर ने अपने बयान में कहा "मैनेजर ने मकान की रजिस्ट्री भी रख ली और लोन भी नहीं दिया. मेरी ही रजिस्ट्री वापस देने के एवज में मुझसे 50 हजार रुपये मांग रहा है." मामले के अनुसार टिमरनी निवासी बलराम कोगे ने अपनी पत्नी मनीषा ढोके के नाम से हरदा की प्रताप कॉलोनी स्थित सुप्रीम हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से लोन लेने के लिए बात की तो उन्होंने 3 लाख 84 हजार रुपये का लोन पास कर दिया.
मकान की रजिस्ट्री मैनेजर ने जबरन रख ली
मौत से पहले युवक ने बयान में बताया "3 महीने बीते जाने के बाद भी लोन नहीं मिला. कंपनी के कर्मचारी अजय नायर ने कहा आप मकान का बीमा करवा लो मैं तुम्हारी पहली किस्त डलवा दूंगा. मैंने कर्ज लेकर बीमा करवा लिया. इसके बाद भी पैसे मेरे खाते मे नहीं आए. मै जब भी पैसे डालने की बोलता हूं तो वे दो-चार दिन में देने का बोलकर बात टाल देते हैं. मैंने करीब डेढ़ लाख रुपये का कर्जा कर लिया और फाइनेंस कम्पनी पैसे नहीं दी रही हैं. साथ ही मेरी ओरिजनल रजिस्ट्री भी कंपनी के मैनेजर ने अपने पास रख ली."