देहरादून: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर हुई हार की कांग्रेस समीक्षा कर रही है. लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के कारणों को तलाशने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य पीएल पुनिया दूसरे दिन भी बंद कमरे में बैठकें करते रहे. उन्होंने अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों से पार्टी के विधायकों, पूर्व विधायकों , वरिष्ठ नेताओं, पूर्व सांसदों और जिला अध्यक्षों से फीडबैक लिया. इस दौरान हरक सिंह रावत ने हार के कारणों की वजह बताई.
शुक्रवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पहुंचे. हरक सिंह रावत ने कांग्रेस की हार की दो वजहें गिनाई. उन्होंने कहा उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर पहले चरण में चुनाव हुआ. ये कांग्रेस की हार का बड़ा कारण था. हरक सिंह रावत ने कहा लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन का मोमेंटम तीसरे, चौथे चरण के बाद बना. उन्होंने कहा अगर उत्तराखंड में तीसरे या चौथे चरण में चुनाव होता तो कांग्रेस दो या तीन सीटें जीत सकती थी.
हार के दूसरे कारण पर बोलते हुए हरक सिंह रावत ने कहा कांग्रेस के सीनियर नेताओं को चुनाव लड़ना चाहिए था. उन्होंने कहा अगर पार्टी के बड़े नेता चुनाव लड़ने से पीछे नहीं हटते तो चुनावी परिणाम कुछ और होते. हरक सिंह ने कहा लोकसभा चुनाव के बाद उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव संपन्न हुए. उपचुनाव को किसी भी सरकार के रहते हुए जीतना बड़ा मुश्किल माना जाता है. उपचुनाव के आए परिणामों पर हरक ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा दोनों विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए प्रदेश सरकार गुंडागर्दी पर उतर आई. धन बल का जमकर इस्तेमाल किया गया. इसके बाद भी आखिर में कांग्रेस की जीत हुई.