बालोद : हनुमान जयंती के अवसर पर बालोद में अनोखा नजारा देखने को मिला.यहां के कोहंगाटोला गांव में मनरेगा मजदूरों को रेत में हनुमान की आकृति दिखाई दी. मौजूदा समय में रेत में हनुमान की आकृति दिखाई दे रही है.जिसे देखने के लिए अब लोगों की भीड़ उमड़ रही है.मौजूदा समय में नारियल चढ़ाने का सिलसिला शुरु हो चुका है.
नदी ने लिया मंदिर का रूप : गांव की इस नदी ने अस्थाई मंदिर का रूप ले लिया है. लोग नारियल सहित पूजन सामग्री लेकर वहां पर पूजा अर्चना करने पहुंच रहे हैं. ग्रामीणों की माने तो सुबह जब मनरेगा मजदूरों ने देखा तो और रेत का उभार थोड़ा कम था. अब संपूर्ण स्वरूप भगवान बजरंगबली का उसे रेत में दिख रहे हैं.गांव में ऐसा पहली बार हुआ है जब रेत में भगवान हनुमान जयंती के दिन इस तरह की घटना हुई.
ग्रामीण पूजा पाठ में जुटे : कोहंगाटोला गांव की निवासी खिलेश्वरी साहू ने बताया कि हमें जानकारी मिली कि हमारे गांव के नदी में रेत में से भगवान बजरंगबली की प्रतिमा उभर कर सामने आई है. रेत में स्वत: ही हनुमान जी की प्रतिमा ने रूप धारण किया है. वहीं गांव के ही मनीष साहू ने बताया कि सुबह काम करने वालों ने रेत में आकृति देखी. जिसके बाद से यहां भक्त दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं.
रेत के कटाव में कलाकारी संभव नहीं : रेत का कटाव इस तरह है कि वहां पर किसी कलाकार का रेत में कलाकारी करना संभव नहीं है. लोग इसे प्रकृति का स्वरूप बता रहे हैं.वहीं ग्रामीण भी इसे बजरंगबली की कृपा बताते हुए पूजा पाठ में जुट चुके हैं.