जयपुर. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बीकानेर के पांचू के सैनिक रामस्वरूप कस्वां की मौत की जांच की मांग की है. रामस्वरूप कस्वां की ड्यूटी के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी. वे श्रीनगर के अनंतनाग में तैनात भारतीय सेना की 75 आर्म्ड रेजीमेंट के जवान थे. हनुमान बेनीवाल ने इस बारे में रक्षा मंत्री को एक्स के जरिए अपनी मांग भेजी है. जिसमें उन्होंने कहा कि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के बाद ही मृत्यु के सही कारणों का पता चलेगा. साथ ही बीकानेर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के बिना जांच के ही इसे आत्महत्या बताने पर बेनीवाल ने सवाल खड़े किए और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
राजनाथ सिंह से की यह मांग : अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में हनुमान बेनीवाल ने लिखा है कि परिवार और स्थानीय लोगों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. इस मामले में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के खिलाफ भी उन्होंने कार्रवाई की अपील की है. बेनीवाल की मांगों में परिजनों की सहमति से सैनिक का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने और सभी परिलाभ दिलाने की मांग भी की गई है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में परिजन यदि मामले में मुकदमा दर्ज करवाना चाहते है तो तत्काल बीकानेर जिले में एक पृथक से मुकदमा भी दर्ज करवाया जाए. मेरी संवेदनाएं शहीद सैनिक रामस्वरूप जी कस्वां के परिजनों के साथ है !
रक्षा मंत्री @rajnathsingh जी,संज्ञान लेवे -
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) September 25, 2024
बीकानेर जिले के नोखा तहसील में स्थित पांचू गांव निवासी व श्रीनगर के अनंतनाग में भारतीय सेना की 75 आर्म्ड रेजीमेंट में कार्यरत रामस्वरूप जी कस्वा की ड्यूटी के दौरान संदेहास्पद मृत्यु हो जाने के समाचार चिंता का विषय है,चूंकि कोर्ट ऑफ…
हनुमान बेनीवाल ने अपनी पोस्ट में राजनाथ सिंह को संबोधित करते हुए कहा है रक्षा मंत्री जी इस मामले में अविलंब सेना के उच्च अधिकारियों को प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने भेजे, चूंकि बिना कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के ही सैनिक की मृत्यु को आत्महत्या बताना बीकानेर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी की संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है. ऐसे में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी,बीकानेर को हटाते हुए उसके खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित करें. क्योंकि आखिर उसकी ऐसी क्या मंशा थी, जो उसने बिना किसी तथ्य को एक सैनिक की मृत्यु को आत्महत्या बता दिया. ऐसे कृत्य से सैनिकों के परिवारों को ठेस पहुंचती है.