शिमला: हिमाचल में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान शनिवार को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गया. सभी उम्मीदवारों की किस्मत अब ईवीएम में कैद है. मतदान के दिन लोगों ने बढ़-चढ़ वोट दिया. पिछली बार के चुनावों की तरह इस बार भी हिमाचल में मतदान प्रतिशत 70.05 प्रतिशत रहा है. वहीं, चुनाव आयोग के अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक हमीरपुर में 70.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है.
हमीरपुर सीट पर मुकाबला बीजेपी के कद्दावर नेता अनुराग ठाकुर और कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल रायजादा के बीच था. हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में नादौन विधानसभा क्षेत्र भी आता है. इसी सीट से सुखविंदर सिंह सुक्खू जीतकर सीएम बने हैं. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की सीट हरोली, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का गृहक्षेत्र बिलासपुर भी इसी संसदीय क्षेत्र से आता है. ऐसे में इस सीट पर बड़े-बड़े दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी. कई हफ्तों तक चले प्रचार के बाद मतदाताओं ने कल अपना मतदान कर अपना मत दर्ज करवा दिया है. हमीरपुर संसदीय सीट पर 17 विधानसभा क्षेत्र हैं. यहां कई विधानसभा क्षेत्रों में मतदान 70 प्रतिशत को पार कर गया. वहीं, कुछ जगहों पर वोटिंग प्रतिशत 65 प्रतिशत से भी नीचे रहा.
विधानसभा क्षेत्र | मतदान प्रतिशत |
बड़सर | 70.00 |
भोरंज | 68.70 |
बिलासपुर | 71.76 |
चिंतपूर्णी | 70.75 |
देहरा | 63.45 |
धर्मपुर | 63.50 |
गगरेट | 73.00 |
घुमारवीं | 71.60 |
हमीरपुर | 68.50 |
हरोली | 70.01 |
जस्वां प्रागपुर | 68.00 |
झंडुता | 71.92 |
कुटलेहड़ | 76.38 |
नादौन | 72.01 |
श्री नैना देवी | 72.72 |
सुजानपुर | 74.50 |
ऊना | 73.65 |
अनुराग के गृह क्षेत्र में कम वोटिंग
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक मतदान सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में हुआ. यहां मतदान 75.50 प्रतिशत रहा. इस सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान भी हुआ था और सीएम सुक्खू यहां काफी एक्टिव नजर आए थे. इसके अलावा डिप्टी सीएम के हरोली विधानसभा क्षेत्र में 70.01 प्रतिशत, सीएम सुक्खू के नादौन विधानसभा क्षेत्र में 72.01 प्रतिशत, जेपी नड्डा के बिलासपुर सदर में 71.76 प्रतिशत, कुटलैहड़, गगरेट में 76.38 और 73 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं, अनुराग ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र भोरंज में सिर्फ 68.70 प्रतिशत ही वोटिंग हुई. सतपाल रायजादा के विधानसभा क्षेत्र ऊना सदर में 73.65 प्रतिशत मतदान हुआ है. वहीं, 2019 के मुकाबले में इस बार मतदान कुछ प्रतिशत कम रहा है.
वर्ष | मतदान प्रतिशत |
2019 | 72.83% |
2014 | 66.98% |
2009 | 58.88% |
2004 | 62.32% |
कई दिग्गजों साख दांव पर
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में बीजेपी हमेशा से ही मजबूत स्थिति में रही है, लेकिन नादौन से सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री के डिप्टी सीएम बनने के बाद कांग्रेस को यहां से उम्मीज जरूर होगी, लेकिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ पूर्व सीएम धूमल भी इसी संसदीय क्षेत्र से आते हैं. ऐसे में अनुराग ठाकुर के साथ साथ इन दिग्गजों की साख भी इस सीट दांव पर है. कांग्रेस यहां 26 सालों से हार का मुंह देख रही है. इस बार कांग्रेस इस सीट पर नई ऊर्जा के साथ उतरी थी.
यहां 1996 से नहीं जीती कांग्रेस
1996 में मेजर जनरल विक्रमजीत ने इस सीट पर कांग्रेस को आखिरी बार जीत दिलाई थी. इसके बाद से बीजेपी का ही यहां डंका बजता आया है. 1998 के बाद से यहां सुरेश चंदेल तीन बार, प्रेम कुमार धूमल एक बार और अनुराग ठाकुर लगातार चार बार जीत हासिल कर चुके हैं. इस सीट पर बीजेपी के विजयी रथ को जारी रखने का दबाव उनके कंधों पर है, जबकि पूर्व विधायक रहे कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा का ये पहला लोकसभा चुनाव है. 26 साल से ये सीट बीजेपी के कब्जे में है. बीजेपी के विजयी रथ को रोकने के लिए कांग्रेस ने उन्हें ये जिम्मेदारी दी थी. पिछले चुनाव में अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस उम्मीदवार रामलाल ठाकुर को करीब-करीब 4 लाख वोटों से हराया था.
छाया रहा अग्निवीर का मुद्दा
इस संसदीय क्षेत्रों में सैनिक की अच्छी खासी संख्या है. ऐसे में प्रचार के दौरान यहां अग्निवीर का मुद्दा छाया रहा है. कांग्रेस ने प्रचार के दौरान अग्निवीर के मुद्दे को भुनाने की पूरी कोशिश की है. कांग्रेस ने अग्निवीर स्कीम को खत्म करने की चुनावी घोषणा की है. सतपाल रायजादा के लिए प्रियंका गांधी, राहुल गांधी ने जनसभाएं की हैं. कांग्रेस प्रत्याशी ने प्रचार के दौरान अनुराग ठाकुर को हमीरपुर रेल लाइन के मुद्दे पर खूब घेरा है. 2024 के लिए मतदान समाप्त हो चुका है. मतदाताओं ने उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर दिया है. अब उम्मीदवारों के साथ साथ देश की जनता को 4 जून का इंतजार है.
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