हल्द्वानी: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा होनी है. देशभर के वासी इस शुभ अवसर का इंतजार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस शुभ अवसर पर जहां तीन दिन नंगे पैर चलने और जमीन पर सोने का संकल्प लिया है. इसी के तहत हल्द्वानी के रहने वाले कारसेवक राम भक्त कमल मुनि ने भी नंगे पैर चलने और जमीन पर सोने का संकल्प लिया है. कमल मुनि ने भी राम मंदिर आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लिया था. आंदोलन के दौरान उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी.
राम भक्त कमल मुनि पिछले दो दिन से अपने घर के पास बने हनुमान मंदिर में ही रह रहे हैं. वे जमीन पर आसन लगाकर सो रहे हैं. नंगे पैर चल रहे हैं. कमल मुनि का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरित होकर उन्होंने भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तक हनुमान मंदिर को अपना अस्थायी निवास बनाया है. उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा तक वे भी जमीन पर सोएंगे और नंगे पैर ही रहेंगे. कमल मुनि बताते हैं कि वे भी राम मंदिर आंदोलन में कार सेवक के रूप में अयोध्या गए थे. वे उस समय विश्व हिंदू परिषद से जुड़े हुए थे. आंदोलन में जाने से पहले परिवार के लोगों ने उनको टीका लगाकर अयोध्या के लिए भेजा था.
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उन्होंने बताया कि विवादित ढांचे के गिरने के बाद जब वे वापस हल्द्वानी आ रहे थे तो उनकी और उनके साथ मौजूद अन्य लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया. उसके बाद विश्व हिंदू परिषद के कई कार्यक्रमों में उन्हें बुलाया गया. कमल मुनि कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है. सबको राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार है.