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हल्द्वानी चिड़ियाघर को सेंट्रल जू अथॉरिटी से मिली मंजूरी, वाइल्डलाइफ के साथ उठा सकेंगे जंगल सफारी का मजा - Gaulapar International Zoo - GAULAPAR INTERNATIONAL ZOO

Gaulapar International Zoo नैनीताल जनपद के लोगों के लिए अच्छी खबर हैं. सेंट्रल जू अथॉरिटी से गौलापार चिड़ियाघर को मंजूरी मिल गई है. जिसके बाद प्रस्तावित चिड़ियाघर जल्द निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. वहीं प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करने के लिए कंपनी का चयन कर लिया गया है.

Gaulapar International Zoo
सेंट्रल जू अथॉरिटी से गौलापार चिड़ियाघर को मिली मंजूरी (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 22, 2024, 9:13 AM IST

Updated : Sep 22, 2024, 10:54 AM IST

हल्द्वानी: गौलापार में वन विभाग की 412 हेक्टेयर जमीन पर प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय स्तर के चिड़ियाघर को लेकर बड़ी उम्मीद जगी है. जू के निर्माण में अड़चन आ रहे सेंट्रल जू अथॉरिटी ने मंजूरी दे दी है. हल्द्वानी में प्रस्तावित चिड़ियाघर के डायरेक्टर डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि शासन से स्वीकृति मिलने के बाद हल्द्वानी जू के निर्माण के लिए मास्टर प्लान तैयार कर सेंट्रल जू अथॉरिटी को भेजा गया था. वहां से निर्माण की मंजूरी मिल चुकी है और जल्द ही जू निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा. प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करने के लिए कंपनी को नामित किया गया है.

गौलापार में तराई पूर्वी वन प्रभाग की 412 हेक्टेयर जमीन पर नौ साल पहले चिड़ियाघर का शिलान्यास हुआ था. शुरुआत में काम तेजी से चला. बाद में रफ्तार थम सी गई. साल 2021 में प्रोजेक्ट को और बड़ा झटका लगा. केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने कहा वन विभाग कि जमीन जू के नाम अभी नहीं हुई है. ऐसे में गैर वानिकी के दायरे में आने वाला कोई काम यहां नहीं हो सकता. यही नहीं सेंट्रल जू अथॉरिटी ने भी आपत्ति लगाई थी, जिसके बाद सेंट्रल अथॉरिटी से अब मंजूरी मिल गई है.

हल्द्वानी चिड़ियाघर का जल्द शुरू होगा कार्य (Video- ETV Bharat)

डायरेक्टर डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार से प्रस्तावित जू निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है. जू निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए एक निजी कंपनी को अधिकृत किया गया है. कंपनी द्वारा जू की डीपीआर तैयार कर शासन को उपलब्ध कराएगी. इसके बाद बजट मिलते ही जू का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि हल्द्वानी जू में सफारी के अलावा वाइल्डलाइफ के लिए बाड़े और वन्य जीव हॉस्पिटल भी तैयार किए जाएंगे. इस मेगा प्रोजेक्ट में बायो डायवर्सिटी पार्क के अलावा बाघों-तेंदुओं को रखने के लिए बाड़ा, वन्यजीवों का अस्पताल, पक्षियों के ब्रीडिंग सेंटर से लेकर मानव-वन्यजीव संघर्ष में घायल वन्य जीवों को रेस्क्यू कर यहां पर रखा जाएगा. उम्मीद जताई जा रही है कि जू का निर्माण जल्द शुरू हो सकेगा.

पढ़ें-सेंट्रल जू अथॉरिटी ने किया कॉर्बेट के ढेला वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर का निरीक्षण, दिए तीन बड़े सुझाव

हल्द्वानी: गौलापार में वन विभाग की 412 हेक्टेयर जमीन पर प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय स्तर के चिड़ियाघर को लेकर बड़ी उम्मीद जगी है. जू के निर्माण में अड़चन आ रहे सेंट्रल जू अथॉरिटी ने मंजूरी दे दी है. हल्द्वानी में प्रस्तावित चिड़ियाघर के डायरेक्टर डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि शासन से स्वीकृति मिलने के बाद हल्द्वानी जू के निर्माण के लिए मास्टर प्लान तैयार कर सेंट्रल जू अथॉरिटी को भेजा गया था. वहां से निर्माण की मंजूरी मिल चुकी है और जल्द ही जू निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा. प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करने के लिए कंपनी को नामित किया गया है.

गौलापार में तराई पूर्वी वन प्रभाग की 412 हेक्टेयर जमीन पर नौ साल पहले चिड़ियाघर का शिलान्यास हुआ था. शुरुआत में काम तेजी से चला. बाद में रफ्तार थम सी गई. साल 2021 में प्रोजेक्ट को और बड़ा झटका लगा. केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने कहा वन विभाग कि जमीन जू के नाम अभी नहीं हुई है. ऐसे में गैर वानिकी के दायरे में आने वाला कोई काम यहां नहीं हो सकता. यही नहीं सेंट्रल जू अथॉरिटी ने भी आपत्ति लगाई थी, जिसके बाद सेंट्रल अथॉरिटी से अब मंजूरी मिल गई है.

हल्द्वानी चिड़ियाघर का जल्द शुरू होगा कार्य (Video- ETV Bharat)

डायरेक्टर डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार से प्रस्तावित जू निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है. जू निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए एक निजी कंपनी को अधिकृत किया गया है. कंपनी द्वारा जू की डीपीआर तैयार कर शासन को उपलब्ध कराएगी. इसके बाद बजट मिलते ही जू का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि हल्द्वानी जू में सफारी के अलावा वाइल्डलाइफ के लिए बाड़े और वन्य जीव हॉस्पिटल भी तैयार किए जाएंगे. इस मेगा प्रोजेक्ट में बायो डायवर्सिटी पार्क के अलावा बाघों-तेंदुओं को रखने के लिए बाड़ा, वन्यजीवों का अस्पताल, पक्षियों के ब्रीडिंग सेंटर से लेकर मानव-वन्यजीव संघर्ष में घायल वन्य जीवों को रेस्क्यू कर यहां पर रखा जाएगा. उम्मीद जताई जा रही है कि जू का निर्माण जल्द शुरू हो सकेगा.

पढ़ें-सेंट्रल जू अथॉरिटी ने किया कॉर्बेट के ढेला वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर का निरीक्षण, दिए तीन बड़े सुझाव

Last Updated : Sep 22, 2024, 10:54 AM IST
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