हाजीपुरः लोकसभा के पांचवें चरण की खास सीटों में शामिल हाजीपुर लोकसभा सीट पर दिन में 6 बजे तक 56.84 फीसदी वोटिंग हुई है. शाम 6 बजे इस सीट पर मतदान खत्म हो चुका है. अपने मनपसंद उम्मीदवार को वोट देने के लिए मतदाताओं में खासा उत्साह देखा गया. वहीं शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए सभी बूथों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं.
- शाम 6 बजे तक 56.84 फीसदी वोटिंग
- शाम में 5 बजे तक 53.81 फीसदी वोटिंग
- जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने महनार के कजरी बुजुर्ग स्थित बूथ संख्या 38 पर किया मतदान
- उमेश कुशवाहा ने लोगों से वोट करने की अपील की
- उमेश कुशवाहा ने कहा- संविधान में वोट करने का अधिकार है इसलिए राष्ट्र निर्माण के लिए समाज के हित में वोट करें.
- केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने हाजीपुर के करणपुरा स्थित 274 नंबर बूथ पर डाला वोट
- हाजीपुर में RJD विधायक मुकेश रोशन ने किया मतदान
- हाजीपुर के करणपुरा बूथ पर बैलगाड़ी से वोट डालने पहुंचे मतदाता.
- हाजीपुर में बूथ संख्या 198, 199 और 200 पर मतदाताओं की लंबी लाइन. कतार में लगकर वोट कर रहे हैं मतदाता
- हाजीपुर के बसावन स्थित इंडोर स्टेडियम में बने आदर्श मतदान केंद्र पर वोटिंग के लिए लंबी-लंबी कतारें
- महिलाओं और युवाओं के साथ-साथ बुजुर्ग मतदाताओं की लंबी कतारें
- वोटिंग के लिए मतदाताओं में उत्साह, मतदान केंद्र पर भारी भीड़
- एलजेपीआर के चिराग पासवान और आरजेडी के शिवचंद्र राम के बीच जंग
- सुबह 7 बजे हाजीपुर में मतदान शुरू
1917 मतदान केंद्र बनाए गएः हाजीपुर लोकसभा सीट के लिए कुल 1 हजार 9 सौ 17 मतदान केंद्र बनाए गये हैं. सभी बूथों पर शांतपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये हैं और इसके लिए विशेष सुरक्षा बलों की 58 कंपनियों की तैनाती की गयी है. प्रशासन ने वोटिंग के दौरान किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाने के निर्देश जारी किए हैं.
हाजीपुर में कुल कितने मतदाताः हाजीपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं- हाजीपुर, महनार, राघोपुर, राजापाकर, लालगंज और महुआ. मतदाताओं की संख्या की बात करें तो इस बार हाजीपुर सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 19 लाख 49 हजार 119 है जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 10 लाख 22 हजार 270 है जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 9 लाख 26 हजार 849 है.
पासवान परिवार की परंपरागत सीट- हाजीपुर सीट को रामविलास पासवान के परिवार की परंपरागत सीट भी कहा जा सकता है. ऐसा इसलिए कि इस सीट से रामविलास पासवान ने 1977, 1980, 1989, 1996, 1998, 1999, 2004 और 2014 में जीत दर्ज की वहीं 2019 में उनके छोटे भाई पशुपति कुमार पारस ने महागठबंधन की चुनौती को ध्वस्त करते हुए विजय पताका लहराई. हालांकि 1984 में कांग्रेस की लहर के अलावा 1991 और 2009 में रामविलास अपना जलवा बरकरार नहीं रख पाए थे. इस बार दिवंगत रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान हाजीपुर लोकसभा सीट से ताल ठोक रहे हैं.
क्या खानदान की विरासत बचा पाएंगे चिराग ?: हाजीपुर लोकसभा सीट पासवान परिवार की विरासत तो है ही NDA का मजबूत गढ़ भी है.पिछले 3 चुनावों से इस सीट पर NDA का विजय रथ निर्बाध गति से आगे बढ़ता आ रहा है.वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार हाजीपुर मोदीमय और चिरागमय हो गया है. लोगों का कहना है कि राममंदिर के भव्य निर्माण के कारण यहां एक लहर चल रही है साथ ही लोगों का मानना है कि चिराग पासवान ही रामविलास पासवान के अधूरे सपनों को पूरा कर सकते हैं.