वाराणसी: ज्ञानवापी मामले को लेकर दो अलग-अलग प्रकरण पर अब 15 फरवरी को सुनवाई होगी. राखी सिंह की तरफ से ज्ञानवापी के बचे हुए आठ तहखानों की एएसआई जांच करवाने, व्यास जी के नाती शैलेंद्र व्यास की एप्लीकेशन पर 31 जनवरी से तहखाने में शुरू हुई पूजा को रोकने की अर्जी पर भी जिला जज के न होने के कारण सुनवाई आगे बढ़ा दी गई है. 15 फरवरी को इस मामले में सुनवाई की तिथि मुकद्दर की गई है.
दरअसल ज्ञानवापी मामले की मुख्य वादिनी राखी सिंह की तरफ से पिछले दिनों एक एप्लीकेशन देकर कोर्ट से ही यह अपील की गई थी कि जिस तरह से व्यास जी के तहखाने और नीचे के अन्य तहखानों की एएसआई सर्वे रिपोर्ट सामने आई है, वैसे ही अंदर शेष आठ तहखानों की जांच अनिवार्य है. राखी सिंह ने अपील की थी कि इन सभी तहखानों की जांच से और भी सत्य सामने आएगा और हमारा वाद मजबूत होगा, जिसको कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था. इस मामले में सुनवाई होनी थी, लेकिन जिला जज के रिटायर हो जाने के बाद नए जज के न होने के कारण इस मामले में सुनवाई नहीं हो सकी.
वहीं व्यास जी के तहखाने में पूजा पाठ रोकने के लिए मुस्लिम पक्ष की तरफ से 15 दिन का समय और मांगे जाने की अपील की गई थी. जिस पर जिला जज की अनुपस्थिति में सुनवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है, वहीं हाईकोर्ट में भी मामला लंबित है. इस मामले में भी 15 फरवरी को सुनवाई होगी.