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दुनिया का सबसे खतरनाक प्राणी कौन? ग्वालियर चिड़ियाघर में कौतूहल का विषय बना काला पर्दा - Gwalior Zoo innovation

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 10, 2024, 5:08 PM IST

ग्वालियर चिड़ियाघर में काला पर्दा यहां आने वाले पर्यटकों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है. पर्दे के पास ही लिखा है कि दुनिया का सबसे खतरनाक प्राणी कौन? इस काले पर्दे को उठाकर देखें. लोग डरते हुए उत्सुकतापूर्वक जब ये पर्दा उठाते हैं तो पता चलता है कि आखिर चिड़याघर प्रबंधन क्या संदेश देना चाहता है.

Gwalior Zoo innovation
ग्वालियर चिड़ियाघर में कौतूहल का विषय बना काला पर्दा (ETV BHARAT)

ग्वालियर। मौसम के बदलते मिजाज, पर्यावरण असंतुलन और विलुप्त होते जानवर, इन सबके लिए कौन जिम्मेदार है? जाहिर सी बात है कि बहुत हद तक इसके लिए मनुष्य ही जिम्मेदार है. इसलिए समय रहते अब भी चेत जाने की पहल ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान यानी चिड़ियाघर प्रबंधन ने की है. प्रबंधन ने चिड़ियाघर के भीतर एक पर्दा लगाया है, इस परदे को उठाने पर पता चलता है कि दुनिया का सबसे खतरनाक प्राणी कोई नहीं बल्कि इंसान ही है.

ग्वालियर चिड़ियाघर में काला पर्दा, जीवों को बचाने का संदेश (ETV BHARAT)

पर्दा दे रहा पर्यटकों को गहरा संदेश

धरती के सबसे खतरनाक प्राणी के बारे में जानिए और उसे देखिए, जब उत्सुकतावश लोग इस काले पर्दे को उठाते हैं तो उन्हें उसके लगे पीछे शीशे में अपना चेहरा नजर आता है. कुछ क्षण के लिए लोग अपने आपको देखते हैं और फिर कुछ सोचते हुए अथवा मुस्कुराते हुए वहां से चले जाते हैं. ये एक तरह से यह मानव को यहां एक गंभीर संदेश देने की पहल चिड़ियाघर प्रबंधन ने की है. इसके पीछे प्रबंधन का मानना है कि लोग चिड़ियाघर में अपने परिवार के साथ तरह-तरह के जानवर और विलुप्त पशुपक्षियों को देखने आते हैं. ऐसे में उन्हें यह संदेश दिया जा रहा है कि वे पर्यावरण के प्रति सचेत रहें और धरती के सभी जीवों का आदर करें.

Gwalior Zoo innovation
ग्वालियर चिड़ियाघर में काला पर्दा दे रहा पर्यटकों को गहरा संदेश (ETV BHARAT)

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प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन जरूरी

इंसान के कारण ही कई जानवर विलुप्त होने की कगार पर हैं. उनका संरक्षण और संवर्धन किया जाना जरूरी है. वहीं प्रकृति का अंधाधुंध दोहन करने से भी पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है. जिसका असर हमारे यहां अति वर्षा, सूखा और तमाम तरह की विषमताओं के रूप में सामने आ रहा है. इन सबसे बचना है तो हम प्रकृति का दोहन न करें. धरती पर रहने वाले हर जीव जंतु की रक्षा करें और ज्यादा से ज्यादा नेचर के करीब रहें. क्यूरेटर गांधी प्राणी उद्यान गौरव परिहार का कहना है कि ये पर्दा इंसान को सोचने पर मजबूर कर देता है.

ग्वालियर। मौसम के बदलते मिजाज, पर्यावरण असंतुलन और विलुप्त होते जानवर, इन सबके लिए कौन जिम्मेदार है? जाहिर सी बात है कि बहुत हद तक इसके लिए मनुष्य ही जिम्मेदार है. इसलिए समय रहते अब भी चेत जाने की पहल ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान यानी चिड़ियाघर प्रबंधन ने की है. प्रबंधन ने चिड़ियाघर के भीतर एक पर्दा लगाया है, इस परदे को उठाने पर पता चलता है कि दुनिया का सबसे खतरनाक प्राणी कोई नहीं बल्कि इंसान ही है.

ग्वालियर चिड़ियाघर में काला पर्दा, जीवों को बचाने का संदेश (ETV BHARAT)

पर्दा दे रहा पर्यटकों को गहरा संदेश

धरती के सबसे खतरनाक प्राणी के बारे में जानिए और उसे देखिए, जब उत्सुकतावश लोग इस काले पर्दे को उठाते हैं तो उन्हें उसके लगे पीछे शीशे में अपना चेहरा नजर आता है. कुछ क्षण के लिए लोग अपने आपको देखते हैं और फिर कुछ सोचते हुए अथवा मुस्कुराते हुए वहां से चले जाते हैं. ये एक तरह से यह मानव को यहां एक गंभीर संदेश देने की पहल चिड़ियाघर प्रबंधन ने की है. इसके पीछे प्रबंधन का मानना है कि लोग चिड़ियाघर में अपने परिवार के साथ तरह-तरह के जानवर और विलुप्त पशुपक्षियों को देखने आते हैं. ऐसे में उन्हें यह संदेश दिया जा रहा है कि वे पर्यावरण के प्रति सचेत रहें और धरती के सभी जीवों का आदर करें.

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ग्वालियर चिड़ियाघर में काला पर्दा दे रहा पर्यटकों को गहरा संदेश (ETV BHARAT)

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प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन जरूरी

इंसान के कारण ही कई जानवर विलुप्त होने की कगार पर हैं. उनका संरक्षण और संवर्धन किया जाना जरूरी है. वहीं प्रकृति का अंधाधुंध दोहन करने से भी पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है. जिसका असर हमारे यहां अति वर्षा, सूखा और तमाम तरह की विषमताओं के रूप में सामने आ रहा है. इन सबसे बचना है तो हम प्रकृति का दोहन न करें. धरती पर रहने वाले हर जीव जंतु की रक्षा करें और ज्यादा से ज्यादा नेचर के करीब रहें. क्यूरेटर गांधी प्राणी उद्यान गौरव परिहार का कहना है कि ये पर्दा इंसान को सोचने पर मजबूर कर देता है.

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