ग्वालियर। मौसम के बदलते मिजाज, पर्यावरण असंतुलन और विलुप्त होते जानवर, इन सबके लिए कौन जिम्मेदार है? जाहिर सी बात है कि बहुत हद तक इसके लिए मनुष्य ही जिम्मेदार है. इसलिए समय रहते अब भी चेत जाने की पहल ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान यानी चिड़ियाघर प्रबंधन ने की है. प्रबंधन ने चिड़ियाघर के भीतर एक पर्दा लगाया है, इस परदे को उठाने पर पता चलता है कि दुनिया का सबसे खतरनाक प्राणी कोई नहीं बल्कि इंसान ही है.
पर्दा दे रहा पर्यटकों को गहरा संदेश
धरती के सबसे खतरनाक प्राणी के बारे में जानिए और उसे देखिए, जब उत्सुकतावश लोग इस काले पर्दे को उठाते हैं तो उन्हें उसके लगे पीछे शीशे में अपना चेहरा नजर आता है. कुछ क्षण के लिए लोग अपने आपको देखते हैं और फिर कुछ सोचते हुए अथवा मुस्कुराते हुए वहां से चले जाते हैं. ये एक तरह से यह मानव को यहां एक गंभीर संदेश देने की पहल चिड़ियाघर प्रबंधन ने की है. इसके पीछे प्रबंधन का मानना है कि लोग चिड़ियाघर में अपने परिवार के साथ तरह-तरह के जानवर और विलुप्त पशुपक्षियों को देखने आते हैं. ऐसे में उन्हें यह संदेश दिया जा रहा है कि वे पर्यावरण के प्रति सचेत रहें और धरती के सभी जीवों का आदर करें.
ये खबरें भी पढ़ें... वन विहार में दहाड़ेंगे बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के दो बाघ, जानिए- इन टाइगर का स्वाभाव |
प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन जरूरी
इंसान के कारण ही कई जानवर विलुप्त होने की कगार पर हैं. उनका संरक्षण और संवर्धन किया जाना जरूरी है. वहीं प्रकृति का अंधाधुंध दोहन करने से भी पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है. जिसका असर हमारे यहां अति वर्षा, सूखा और तमाम तरह की विषमताओं के रूप में सामने आ रहा है. इन सबसे बचना है तो हम प्रकृति का दोहन न करें. धरती पर रहने वाले हर जीव जंतु की रक्षा करें और ज्यादा से ज्यादा नेचर के करीब रहें. क्यूरेटर गांधी प्राणी उद्यान गौरव परिहार का कहना है कि ये पर्दा इंसान को सोचने पर मजबूर कर देता है.