ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में वनकर्मियों को आदिवासियों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है, वह भी बिना किसी वजह के. इनकी गलती सिर्फ़ इतनी थी कि ये वन अमले के कर्मचारी जंगल में पौधा रोपण के लिए जमीन तैयार कर रहे थे. दरअसल आदिवासी हमेशा से पौधरोपण का विरोध करते आए हैं. वनकर्मी जंगल में पौधा रोपण का कार्य कर रहे थे, तभी आदिवासियों ने उस पर हमला कर दिया. इस हमले में कुछ वनकर्मियों को गंभीर चोटें भी आयी हैं.
पौधारोपण के लिए जमीन तैयार करने पहुंचे थे कर्मचारी
इस मामले की जानकारी जुटाने पर पता चला है कि, रायपुरा के जंगलों में स्वर्ण रेखा नदी के किनारे पौधारोपण किया जाना है. जिसके लिये जमीन तैयार करने का काम करने के लिए पनिहार क्षेत्र में वन विभाग ने एक विशेष दल को भेजा था. इसी दल के सदस्य जेसीबी मशीन के जरिए जमीन ठीक करा रहे थे. इसी बीच स्थानीय लोग मौके पर पहुच गये और जेसीबी मशीन का विरोध करने लगे. हालांकि वनकर्मियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन नाकाम साबित हुई.
वनकर्मियों ने भागकर बचाई अपनी जान
काम रुका तो वनकर्मियों को सभी लोगों ने घेर लिया और डंडों बेल्ट से पिटाई की. लेकिन यह सिलसिला यहीं नहीं थमा आदिवासियों ने वन अमले के सदस्यों पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया, जब पीड़ित वनकर्मी जान बचाने के लिए जंगल की और भागे तो उनपर पथराव भी किया. इस पूरी घटना में कई वनकर्मी घायल हुए हैं.
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पुलिस में मामला हुआ दर्ज
वहीं, भागते हुए कर्मचारियों ने पनिहार पुलिस को भी घटना की जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस जल्द ही मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गये थे. ऐसे में पुलिस ने घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए भेजा तो वहीं शिकायत के आधार पर पुलिस में भी मामला दर्ज किया है. खुद थाना प्रभारी ने मामले की पुष्टि की है.