ग्वालियर। चंबल अंचल यूपी और राजस्थान की सीमा से जुड़ा हुए और इस क्षेत्र में पूर्व चुनावों में जिस तरह मतदान को प्रभावित करने के लिए लोभ लालच देकर वोट खरीदने के प्रयास की खबरें आती रहती हैं. ऐसे में इस बार चुनाव आयोग ने चुनावी प्रदेशों में सख्ती और निगरानी का स्तर बढ़ा दिया है. जिसके चलते ग्वालियर में एफएसटी (FST) की दो दर्जन से अधिक टीम सक्रिय हैं. इनमें से ही एक टीम ने एक कार से 25 लाख रुपए बरामद किए हैं.
सूटकेस में भारी थी नोटों की गड्डियां
असल में गुरुवार देर शाम शहर के एजी ऑफिस पुल के पास पुलिस ने चेकिंग लगा रखी थी. इसी दौरान अचानक एक कार को रोककर जब पुलिस ने तलाशी ली, तो कार के अंदर एक सूटकेस में लाखों रुपए की नोटों की गड्डियां रखी हुई थी. अचानक इतना पैसा देखते ही क्राइम ब्रांच और एफएसटी टीम एक्शन में आ गई.
'यूरोप में है बिजनेस, बैंक से पैसे लेकर लौटे'
पुलिस और एफएसटी टीम ने वाहन चेकिंग के दौरान कार में बैठे दो लोग जिनके नाम हरि कृष्ण सिंगला निवासी गंगा में सेंटर मुरार और मुरारीलाल गुप्ता निवासी रामकला नगर मुरार के कब्जे से 25 लख रुपए जब्त किए. साथ ही इतने कैश की जानकारी के संबंध दोनों से पूछताछ भी की. कार सवारों का कहना था कि," हमारा इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का बिजनेस है और यह कैश यूरोप से आया है. जहां उनका बिजनेस चल रहा है और यह रकम भी अभी बैंक से निकाल कर लाये हैं."
दाल बाजार में ऑफिस होना बताया
पूछताछ के दौरान वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. इसके साथ ही जब उनसे पूछा गया यह कैश लेकर कहां जा रहे हैं, तो उनका कहना था कि शहर के दाल बाजार में उनका ऑफिस है. रुपए लेकर वे वही जा रहे थे, लेकिन उनके जवाब से पुलिस संतुष्ट नहीं थी.
यहां पढ़ें... मंडला पुलिस ने फर्जी सीबीआई अधिकारी को किया गिरफ्तार, लोकेशन चेंज कर पुलिस को दे रहा था चकमा |
इनकम टैक्स को भी पुलिस ने दी सूचना
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक केएम सियाज का कहना है कि, 'आदर्श आचरण सहिंता के दौरान सिर्फ 50 हजार रुपए तक का कैश ही ट्रैवलिंग के दौरान लीगली तौर पर ले जाने की इजाजत है. ऐसे में इतनी भारी रकम के संबंध में कार सवार कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये हैं. इसलिए फिलहाल उसे जब्त किया गया है. हालांकि उनका कहना था कि इस रकम के संबंध में उनके पास वैध दस्तावेज हैं. ऐसे में इस कैश के लिये प्रशासन की एक टीम गठित की है. जो बाद में जांच करेगी और दस्तावेज की जांच के बाद इस पर निर्णय लेगी. साथ ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी इस संबंध में सूचित किया गया है.