ग्वालियर। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने पार्टी प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं को आगाह किया है कि वह अति आत्मविश्वास में न रहें. उन्होंने कहा कि वह दतिया में इसी आत्मविश्वास के चलते चुनाव में पराजय का मुंह देखने को मजबूर हुए. ग्वालियर में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में उन्होंने सिंधिया राजवंश के पूर्वजों का भी हवाला दिया. उन्होंने इसके लिए पानीपत युद्ध के इतिहास को दोहराया.
घातक है ओवर कॉन्फिडेंस
अति आत्मविश्वास कितना घातक है इसे लेकर एक बार फिर नरोत्तम मिश्रा ने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को नसीहत दी. उन्होंने कहा कि दतिया में मेरी हार इसी का नतीजा है. वहीं उन्होंने इशारों ही इशारों में सिंधिया को भी आगाह किया कि कार्यकर्ता ओवरकान्फिडेंस में न रहें.
पानीपत की लड़ाई का दिया हवाला
पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अति आत्मविश्वास को लेकर पानीपत की लड़ाई का हवाला दिया. उन्होंने बताया कि "पानीपत की लड़ाई में अहमद शाह अब्दाली से मराठा सैनिक जीत चुके थे. लेकिन उनके सेनापति हाथी से उतरकर घायल सैनिकों का हाल-चाल जानने नीचे उतर गए. इतने में ही बाजी पलट गई, सेना को लगा कि सेनापति दुश्मन के हाथों मारे गए हैं या घायल हो गए या तो उन्हें बंदी बना लिया गया है. इसके बाद वहां भगदड़ मच गई. और मराठा सैनिकों को हार का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि सिंधिया जी के राजवंश से जुड़ा यह मामला है वह बेहतर जानते हैं".
सिंधिया को किया आगाह
एक तरह से भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने वहां मौजूद केंद्रीय मंत्री सिंधिया को भी आगाह कर दिया क्योंकि वह भी 2019 के चुनाव में गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से हार का मुंह देख चुके हैं. इसलिए उन्होंने भाजपा प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं से ज्यादा सतर्क रहने एवं मतदाताओं के बीच काम करने की नसीहत दी है.