ग्वालियर। ग्वालियर देहात के पनिहार थाना क्षेत्र में कलयुगी बेटे ने पहले तो अपने पिता को बेरहमी से डंडे से पीटा और फिर उसके घायल होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन गंभीर चोट के कारण पिता की एक दिन बाद ही अस्पताल में मौत हो गई. पिता की मौत पर पर्दा डालने के लिए बेटे ने इसे दुर्घटना बताया और कहा कि उसके पिता छत पर तिरपाल बिछा रहे थे, तभी वह ऊपर से नीचे जमीन पर गिर पड़े, जिससे वह घायल हो गए थे. लेकिन जब डॉक्टरों को पुलिस को बताया कि गिरने और मारपीट के निशान में अंतर होता है. तब पुलिस के कान खडे़ हुए. इसके बाद पुलिस ने कलयुगी बेटे के साथ सख्ती की तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
मां को प्रताड़ित करते थे पिता, इसलिए मार डाला
दरअसल, बेटा अपने पिता द्वारा मां को प्रताड़ित करने से इतना आवेश में आ गया कि उसने डंडे से पिता को पीटना शुरू कर दिया. इससे मिस्टर आदिवासी नामक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. बाद में उसका बेटा परमाल आदिवासी अपने पिता को लेकर अस्पताल पहुंचा जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. अब पुलिस ने मिस्टर आदिवासी की मौत पर उसके बेटे परमाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. फोरेंसिक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीटने की बात सामने आई थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. उसने हत्या की वजह बताई कि उसके पिता मां के साथ मारपीट करते थे, जिससे वहां आहत होता था.
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पिटाई के बाद पिता को अस्पताल ले गया बेटा
दरअसल, ग्वालियर देहात के पनिहार थाना क्षेत्र के कांसेर में रहने वाले 42 साल के मिस्टर आदिवासी को 29 जून के दिन उसके बेटे परमाल आदिवासी ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. पता ये भी चला है कि मिस्टर आदिवासी मजदूरी करता था और शराब पीने का आदी था. शराब के नशे में वह अपनी पत्नी की पिटाई करता था. घटना वाले दिन यानी 29 जून को भी मिस्टर ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट कर रहा था. इसी दौरान उसका बेटा परमाल वहां आ गया. मिस्टर ने अपने बेटे पर भी हमला कर दिया. रोज रोज की किट किट से परेशान परमाल ने अपने पिता को डंडे से तब तक पीटा जब तक कि वह बेहोश होकर जमीन पर नहीं गिर गया.