ग्वालियर: अंधविश्वास आज भी लोगों पर कितना हावी है, इसका नजारा ग्वालियर जिले में देखने को मिला. भितरवार तहसील के ररुआ गांव में बीते रात मां और बेटे को जहरीले सांप ने काट लिया. जिससे मां-बेटे की मौत हो गई. इसके बाद परिजन मंदिर में शव को रखकर सोमवार देर रात घंटी बजाते रहे. बताया गया उन्हें उम्मीद थी कि ऐसा करने से मां बेटे फिर से जीवित हो जाएंगे. लेकिन उनकी कोशिशें नाकाम रही.
सांप के काटने से मां-बेटे की मौत
इस घटना को लेकर बताया जा रहा है कि ररुआ गांव में सोते समय अर्जुन परिहार और उसकी मां राजा बेटी परिहार को जहरीले सांप ने काट लिया. जिसके बाद परिजन ने बेसुध हालत में दोनों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. इस सच को स्वीकार नहीं सके और अंधविश्वास में आकर मंदिर में शव को रख घंटा बजाने लगे. परिजन को उम्मीद था कि ऐसा करने से उनकी जान बच जाएगी और वे जीवित हो जाएंगे. लेकिन देर रात तक घंटे बजाने के बाद भी शव में कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई.
पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है
भितरवार एसडीओपी जितेंद्र नगाईच ने बताया कि "मां-बेटे को सांप ने काट लिया था, लेकिन डॉक्टरों के मृत घोषित करने के बाद भी परिवार के लोग उनके बचने की उम्मीद में शव को मंदिर ले गए थे. इसके बाद मंदिर में घंटे बजाते रहे, लेकिन मां-बेटे की मौत पहले ही हो चुकी थी." वहीं, चीनौर थाना पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर लिया है.
नोट: ईटीवी भारत किसी भी तरह के अंधविश्वास का समर्थन नहीं करता है.