ग्वालियर। शहर की पॉश कॉलोनी माधव नगर में एक किराए के मकान से पिछले कई महीनों से साइबर ठगी चल रही थी. पुलिस को भनक भी नहीं थी कारण इस किराए के मकान में बाहर एक रेस्ट हाऊस का बोर्ड लगा था. विदेशियों को कंप्यूटर में वायरस होने का झांसा देकर ठगी की वारदात की जाती थी . पुलिस ने गिरोह के 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें एक युवती भी शामिल है.
अमेरिका और इंग्लैंड के लोगों के साथ ठगी
क्राइम ब्रांच और झांसी रोड थाने की पुलिस ने एक इंटरनेशनल साइबर ठगी करने वालों का गिरोह पकड़ा है. इस गिरोह के तार देश के अलावा सऊदी अरब, अमेरिका और इंग्लैंड तक जुड़े हुए हैं इस गिरोह के ठगी के शिकार ज्यादातर इंग्लैंड और अमेरिका के लोग हुआ करते थे. जबकि गिरोह का मास्टरमाइंड दुबई में बैठकर अपने शिकार की तलाश कर अपने गिरोह के अन्य सदस्यों से ठगी कराता था.
माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का एजेंट बनकर करते थे बात
मामले का खुलासा करते हुए आईजी अरविंद सक्सेना ने बताया कि "शहर की पॉश कॉलोनी माधव नगर में एक किराए के मकान में यह ठगी का कारोबार कई दिनों से संचालित हो रहा था. रेस्ट हाउस में छापा मार कर 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ये लोग विदेशियों को उनके कंप्यूटर में वायरस होने का झांसा देकर फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करते थे. कॉल सेंटर के जरिए यह लोग अपनी पहचान छुपा कर आईबीएम वॉइस कॉलिंग ऐप के माध्यम से अपने आप को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का एजेंट बनकर बात करते थे और पलक झपकते ही अपने शिकार के खाते से लाखों डॉलर उड़ा देते थे".
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दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं आरोपी
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 8 लैपटॉप, 15 मोबाइल फोन, नामी कंपनी का मॉडेम, एडाप्टर कॉलिंग स्क्रिप्ट डाटा शीट, हेडफोन टेंडा कंपनी का एक्सटेंशन पावर, एक्सटेंशन सहित ऑफिस का तमाम सामान जब्त किया है. पकड़े गए लोगों में अभय राजावत, नितेश कुमार, दीपक थापा, परवेज आलम, श्वेता भारती, राज कैलाशकर सुरेश वासेल बताए गए हैं. यह लोग मेघालय, शिलांग महाराष्ट्र, गोरखपुर और ओरछा के रहने वाले हैं.