ETV Bharat / state

हर घर पहुंचेगा मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग, लोगों की जानेंगे समस्याएं, तुरंत होगा निराकरण - Har Ghar Human Rights Campaign - HAR GHAR HUMAN RIGHTS CAMPAIGN

मानवाधिकार एवं समाजिक न्याय आयोग संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष बुधवार शाम ग्वालियर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में हर घर मानव अधिकार अभियान की शुरुआत की. संस्था के द्वारा विधानसभा के वार्ड स्तर पर संयोजक बनाये गये हैं. प्रदेश सचिव ने उन्हें कार्ड वितरण के साथ ही इस अभियान के उद्देश्य के बारे में भी बताया.

HAR GHAR HUMAN RIGHTS CAMPAIGN
हर घर पहुंचेगा मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 27, 2024, 9:37 AM IST

Updated : Jun 27, 2024, 10:54 AM IST

ग्वालियर। समाज में मानव अधिकार हनन के पीड़ितों को न्याय दिलाने अब मानवाधिकार एवं समाजिक न्याय आयोग संस्था हर पीड़ित के घर तक पहुंचेगी और उन्हें न्याय दिलाने का काम करेगी. यह बात ग्वालियर पहुंचे मानवाधिकार एवं समाजिक न्याय आयोग संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवींद्र सिंह तोमर ने कही है.

मानवाधिकार आयोग संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवींद्र तोमर (Etv Bharat)

हर घर शिकायत लेने पहुंचेंगे सदस्य

रवींद्र सिंह तोमर का कहना है कि, "हर घर मानव अधिकार अभियान की शुरुआत की गई है जिसके तहत हम हर घर में जाएंगे और मानव अधिकार हनन के पीड़ितों की शिकायते लेंगे और उन शिकायतों का निवारण करेंगे. इसके लिए वार्ड स्तर, विधानसभा, जिला और संभाग स्तर पर संयोजक और सदस्य बनाये हैं. सभी सदस्यों का यह दायित्व होगा कि वे हर घर में जाकर मानव अधिकार हनन से संबंधित पीड़ितों की शिकायत लेंगे और उनका निवारण मानव अधिकार समजिक न्याय आयोग की टीम करेगी.''

प्रधानमंत्री कार्यालय ने लिया संज्ञान, कलेक्टर से मंगाई लिस्ट

रवींद्र तोमर के मुताबिक, इस समय निजी स्कूलों द्वारा सबसे ज्यादा हनन किया जा रहा है. शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत किसी भी स्कूल में 25 फीसदी सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित हैं लेकिन किसी भी स्कूल में ये सीटें नहीं दी जा रही हैं. दिल्ली को छोड़ दिया जाये तो गाजियाबाद और मध्यप्रदेश के ग्वालियर दोनों ही जगह इसी तरह की स्थिति देखने में आई है. इसके संबंध में पीएम ऑफिस में भी हमारे द्वारा शिकायत की गई थी, और इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा संज्ञान लेते हुए सीएम ऑफिस ने भी संज्ञान लिया है.

Also Read:

युवक का जबरन सिर मुंडवाने से रेबीज इंजेक्शन न होने तक, 7 मामलों में मानव अधिकार आयोग का संज्ञान - Mp Human Rights Commission

बच्चों को महंगे स्कूलों में फ्री पढ़ाएं, RTE स्कीम में मिडिल-लोवर क्लास स्टूडेंट को नहीं भरनी होगी फीस

जितनी शिकायतें गले में उतनी ही तख्तियां, विदिशा जनसुनवाई में लेडी को देख कलेक्टर सन्नाटे में - Vidisha Collectorate jan sunvayi

कलेक्टर से आरटीई के संबंध में मांगी स्कूलों की लिस्ट

शिकायत का यह असर हुआ कि राज्य शिक्षा आयोग ने सभी जिलों के कलेक्टर से पूछा है कि वे एक लिस्ट तैयार कर उपलब्ध करायें. जिसमें इस बात का जिक्र हो कि कितने स्कूलों द्वारा आरटीई (राइट टू एजुकेशन) यानी शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत कितनी सीटें दी गई हैं.

ग्वालियर। समाज में मानव अधिकार हनन के पीड़ितों को न्याय दिलाने अब मानवाधिकार एवं समाजिक न्याय आयोग संस्था हर पीड़ित के घर तक पहुंचेगी और उन्हें न्याय दिलाने का काम करेगी. यह बात ग्वालियर पहुंचे मानवाधिकार एवं समाजिक न्याय आयोग संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवींद्र सिंह तोमर ने कही है.

मानवाधिकार आयोग संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवींद्र तोमर (Etv Bharat)

हर घर शिकायत लेने पहुंचेंगे सदस्य

रवींद्र सिंह तोमर का कहना है कि, "हर घर मानव अधिकार अभियान की शुरुआत की गई है जिसके तहत हम हर घर में जाएंगे और मानव अधिकार हनन के पीड़ितों की शिकायते लेंगे और उन शिकायतों का निवारण करेंगे. इसके लिए वार्ड स्तर, विधानसभा, जिला और संभाग स्तर पर संयोजक और सदस्य बनाये हैं. सभी सदस्यों का यह दायित्व होगा कि वे हर घर में जाकर मानव अधिकार हनन से संबंधित पीड़ितों की शिकायत लेंगे और उनका निवारण मानव अधिकार समजिक न्याय आयोग की टीम करेगी.''

प्रधानमंत्री कार्यालय ने लिया संज्ञान, कलेक्टर से मंगाई लिस्ट

रवींद्र तोमर के मुताबिक, इस समय निजी स्कूलों द्वारा सबसे ज्यादा हनन किया जा रहा है. शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत किसी भी स्कूल में 25 फीसदी सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित हैं लेकिन किसी भी स्कूल में ये सीटें नहीं दी जा रही हैं. दिल्ली को छोड़ दिया जाये तो गाजियाबाद और मध्यप्रदेश के ग्वालियर दोनों ही जगह इसी तरह की स्थिति देखने में आई है. इसके संबंध में पीएम ऑफिस में भी हमारे द्वारा शिकायत की गई थी, और इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा संज्ञान लेते हुए सीएम ऑफिस ने भी संज्ञान लिया है.

Also Read:

युवक का जबरन सिर मुंडवाने से रेबीज इंजेक्शन न होने तक, 7 मामलों में मानव अधिकार आयोग का संज्ञान - Mp Human Rights Commission

बच्चों को महंगे स्कूलों में फ्री पढ़ाएं, RTE स्कीम में मिडिल-लोवर क्लास स्टूडेंट को नहीं भरनी होगी फीस

जितनी शिकायतें गले में उतनी ही तख्तियां, विदिशा जनसुनवाई में लेडी को देख कलेक्टर सन्नाटे में - Vidisha Collectorate jan sunvayi

कलेक्टर से आरटीई के संबंध में मांगी स्कूलों की लिस्ट

शिकायत का यह असर हुआ कि राज्य शिक्षा आयोग ने सभी जिलों के कलेक्टर से पूछा है कि वे एक लिस्ट तैयार कर उपलब्ध करायें. जिसमें इस बात का जिक्र हो कि कितने स्कूलों द्वारा आरटीई (राइट टू एजुकेशन) यानी शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत कितनी सीटें दी गई हैं.

Last Updated : Jun 27, 2024, 10:54 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.