ग्वालियर: बड़े बुजुर्ग तो कहते ही थे कि पैसा पेड़ पर उगता है क्या, पैसा कमाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है लेकिन मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 8वीं फेल लड़कों ने वेब सीरीज फर्जी की तरह किराए के घर में एक नोट छापने का कारखाना लगा दिया. नोट भी ऐसे कि नकली असली का फर्क करने में पुलिस को भी पसीने छूट गए थे अब पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.
वेब सीरीज देखकर आया आइडिया
ओटीटी के जमाने में वेब सीरीज का क्रेज ऐसा है कि हर कोई इनका दीवाना है. हाल ही में बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर की वेब सीरीज फर्जी रिलीज हुई थी, जिसमें वह नकली नोट छापने का कारखाना शुरू करता है और वह भी बिलकुल असली जैसे नोट जिनका अंतर करना भी मुश्किल होता है. ठीक ऐसा ही मामला ग्वालियर में देखने को मिला जहां एक किराए के कमरे में धड़ल्ले से नकली नोट छापे जा रहे थे और उन्हें बाजार में खपाया जा रहा था.
असली और नकली का फर्क करना मुश्किल
असल में क्राइम ब्रांच पुलिस ने फर्जी नोट छापने और खपाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. ये गैंग शहर के जाग्रति नगर इलाके में एक किराए के घर में नकली नोट छापने का कारखाना चला रही थी. यहां बड़ी संख्या में 50 से 500 रुपए तक के असली जैसे फर्जी नोट तैयार किए जा रहे थे. इन नोटों को इतनी अच्छी क्वालिटी में बनाया जा रहा था कि असली और नकली का फर्क करना भी मुश्किल था.
पुलिस पहुंची तो अंदर छपते मिले फर्जी नोट
क्राइम ब्रांच को मुखबिर से इस मामले की जानकारी लगी और टीम ने यहां नजर रखना शुरू कर दी. जब जानकारी हकीकत में बदली तो क्राइम ब्रांच ने छापा मार दिया. जब टीम के सदस्य कमरे में दाखिल हुए तो अंदर का नजारा देख कर हक्के बक्के रह गये क्यों की हर तरफ नोट बिखरे हुए थे. यहां दो लोग मिले जो नोट छाप रहे थे. पूछताछ में उनके नाम अशोक और अंसार अली बताये गये. ये लोग भिंड के रहने वाले हैं और ग्वालियर में किराए का कमरा लिए थे.
दूसरे जिले में भेजी जा रही थी नकली नोट की खेप
पूरे कमरे में हर तरफ 50, 100, 200, 500 रुपए के फर्जी नोट थे, कमरे में ही एक नोट छापने की मशीन, प्रिंटर और स्कैनर भी लगा हुआ था. ये काम दोनों आरोपी पिछले कई दिनों से कर रहे थे. नोट छापने के अलावा इनकी सप्लाई भी पूरे चंबल अंचल में हो रही थी. आरोपी ये नकली नोट की एक खेप श्योपुर जिले में भेज चुके थे और गुना भेजने के लिए दूसरी खेप तैयार कर रहे थे.
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सब्जी खरीदकर की नोट की टेस्टिंग
इन नोट की प्रिंटिंग इतनी बेहतरीन थी कि असली और नकली का फर्क करने में भी मुश्किल हो रहा था. ऐसे में क्राइम ब्रांच टीम के सदस्यों ने एक दुकान से सब्जी खरीदने के लिये इन नोट का इस्तेमाल किया और वह चल भी गये. जिसके बाद पुलिस ने 2 लाख 9 हजार रुपए के नकली नोट जब्त कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया. पुलिस के मुताबिक दोनों ही आरोपी पूर्व में भी चोरी धोखाधड़ी जैसे मामलों में लिप्त मिले हैं अब इनके अन्य साथियों तक पहुंचने का भी प्रयास किया जा रहा है. पुलिस दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की बात कह रही है.