ग्वालियर. एक बीड़ी पूरी फैक्ट्री जला सकती है.. यह किसी फिल्म का डायलॉग नहीं बल्कि ग्वालियर में हादसे की वजह है. जहां एक जलती हुई बीड़ी ने एक बड़ी कार्डबोर्ड फैक्ट्री को जलाकर खा कर दिया. दमकल विभाग बीते 8 घंटे से आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं. 32 से ज्यादा फायर ब्रिगेड पानी खत्म कर चुकी हैं और लगातार फायर ब्रिगेड के आने का सिलसिला जारी है लेकिन आग है कि बुझने का नाम नहीं ले रही. हैरानी की बात तो यह है कि इतनी बड़ी फैक्ट्री में फायर सेफ्टी के कोई इंतजाम नहीं थे.
अलसुबह 3:30 बजे भड़की आग
दरअसल, ग्वालियर के मल्लगढ़ा इलाके में एक रिहायसी कॉलोनी वैष्णो पुरम है, जहां अलसुबह 3.30 बजे अचानक गत्ता फैक्ट्री में आग भड़क उठी. हर तरफ धुआं ही धुआं हो गया और आग की लपटें और धुएं से पास रहने वाले रहवासियों की नींद टूटू. पता चला कि गत्ता फैक्ट्री में भीषण आग लगी हुई है. इसके बाद तुरंत इस बात की जानकारी डायल 100 और दमकल विभाग को दी गई लेकिन जब तक दमकल आई उससे पहले ही पूरी फैक्ट्री आग पकड़ चुकी थी.
भारी मात्रा में ज्वलनशील सामग्री थी मौजूद
मौके पर मौजूद फायर सेफ्टी ऑफिसर और नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर अतिबल सिंह यादव ने बताया कि उनके पास सुबह 4:30 बजे फोन से जानकारी मिली थी कि एक फैक्ट्री में आग लग गई है. इस फैक्ट्री परिसर में कागज, गत्ता, गाड़ी और पोहा की फैक्टरियां संचालित होती थी. ऐसे में फैक्ट्री में भारी मात्रा में ज्वलनशील सामग्री मौजूद थी. जब आग फैली तो इन सभी मटेरियल ने तेजी से आग पकड़ ली, जिसे काबू करना मुश्किल हो गया.
कर्मचारी की लापरवाही बनी हादसे की वजह
अतिबल सिंह यादव की मानें तो आग लगने के पीछे का कारण कुछ और नहीं बल्कि मजदूरों की लापरवाही है. उनका कहना है कि यह आग फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी द्वारा बीड़ी पीकर फेंक देने की वजह से लगी. क्योंकि ज्वलनशील पदार्थ था और जलती हुई बीड़ी उसपर गिरी और सुलगने की वजह से धीरे-धीरे आग ने पूरी फैक्ट्री को ही चपेट में ले लिया. आग ने इतना विकराल रूप ले लिया, जिसे बुझाने के लिए अब तक 32 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर बुलाई जा चुकी हैं और यह सिलसिला अभी भी जारी है. फायर ब्रिगेड के अधिकारी ने कहा कि जब आग लगी उस समय बाहरी हिस्से में कर्मचारी सो रहे थे, आग लगने का एहसास होने पर भाग कर अपनी जान तो बचा ली लेकिन आग बुझाने का कोई प्रयास नहीं किया.
फैक्ट्री में नहीं थे फायर सेफ्टी के इंतजाम
फायर सेफ्टी ऑफिसर का कहना है कि फैक्ट्री कर्मचारी के साथ-साथ एक बड़ी लापरवाही फैक्ट्री संचालक की भी है क्योंकि इस फैक्ट्री में फायर सेफ्टी के कोई भी इंतजाम नहीं पाए गए. पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं, जिसे देखकर लगातार दमकल विभाग की ओर से फायर सेफ्टी के इंतजाम के लिए लोगों को हिदायत दी जा चुकी है. बावजूद इसके फैक्ट्री में इतना ज्वलनशील पदार्थ होने के बाद भी फायर सेफ्टी की अनदेखी की गई. ऐसे में अब इस मामले में दमकल विभाग और नगर निगम द्वारा फैक्ट्री संचालक के ऊपर कार्रवाई की जाएगी.
सो रहे पड़ोसियों ने भाग कर बचाई जान
बता दें कि इस घटना में न सिर्फ फैक्ट्री में आग लगी बल्कि फैक्ट्री के पीछे के हिस्से से लगे एक मकान में भी आग लग गई. लेकिन गनीमत रही कि समय रहते पड़ोसी घर से बाहर निकल गए नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था. इस घटना में पड़ोस में रहने वाली रजनी के घर का काफी सामान जलकर खाक हो गया.