ग्वालियर: क्राइम ब्रांच ने महादेव बेटिंग एप के जरिए सट्टा खिलाने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह सरकारी मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग के 3 फ्लैट किराए पर लेकर सट्टेबाजी की गतिविधियां संचालित कर रहा था. पुलिस ने छापेमारी के दौरान 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें से 4 आरोपी आईटी के छात्र हैं जो अपनी शिक्षा का उपयोग अवैध काम करने में कर रहे थे. मौके से कई ऐसे उपकरण भी बरामद हुए हैं, जिनके इस्तेमाल से सट्टेबाजी की ये गतिविधि संचालित की जा रही थी.
सरकारी मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग में चल रहा था सट्टा
पुलिस ने बताया कि सूचना मिली थी कि शहर के महलगांव स्थित एक सरकारी मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग के ब्लॉक A के 3 फ्लैटों में महादेव एप के जरिए सट्टेबाजी संचालित हो रही है. क्राइम ब्रांच टीम ने जब उस बिल्डिंग पर छापा मारा तो फ्लैट में मौजूद आरोपियों ने भागने का प्रयास किया. लेकिन पहले से पूरी तैयारी करके पहुंची पुलिस ने उन्हें भागने का मौका नहीं दिया और 3 अलग-अलग फ्लैट से 14 आरोपियों को हिरासत में ले लिया. आरोपी सटोरिए दिल्ली, बिहार, डबरा, झांसी और दतिया के रहने वाले हैं.
पुलिस ने 14 आरोपियों को किया गिरफ्तार
आरोपियों के फ्लैट से 45 पासबुक, 22 चेकबुक, 133 डेबिट कार्ड, 3 लैपटॉप, 30 मोबाइल फोन, एक नोट गिनने की मशीन, एक प्रिंटर मशीन, एक 32 बोर की पिस्टल और 1 जिंदा कारतूस बरामद हुआ था. इसके अलावा फ्लैट में मिले लैपटॉप से एक करोड़ से अधिक के लेनदेन का हिसाब भी मिला है. छापेमारी के दौरान उनके लैपटॉप में वेबसाइट खुली मिली, जिससे वो महादेव एप के जरिए सट्टा लगवाते थे. मुख्य आरोपी अमन शर्मा और उसके 13 अन्य साथियों पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस पूछताछ में जुट गई है. इसमें कई और खुलासे हो सकते हैं.
- 50 लाख की MD ड्रग्स के साथ राजस्थान से तस्कर गिरफ्तार, इंदौर क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई
- इंदौर क्राइम ब्रांच का विस्फोटक खुलासा, सायबर जालसाजों की रकम मदरसों के खातों में
जांच के लिए एसआईटी टीम गठित
ग्वालियर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने कहा "सटोरिए ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से सोशल मीडिया पर एक लिंक उपलब्ध कराते थे और उसी लिंक के जरिए फ्रॉड करते थे. पुलिस ने छापा मारकर मौके से 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से दर्जनों मोबाइल, पासबुक, एटीएम कार्ड, लैपटॉप और कई सारे सामान बरामद हुए हैं. आरोपियों द्वारा बैंकिग सिस्टम का भी गलत इस्तेमाल किया गया है, उसकी जांच कि जा रही है. एक एसआईटी टीम गठित कर दी गई है, जो इनकी सारी गतिविधियों की जांच करेगी."