ग्वालियर: ग्वालियर में एक माह पहले बीएसएफ के अफसर को डिजिटल अरेस्ट कर 71 लाख वसूलने की वारदात हुई थी. पुलिस ने इस मामले की जांच की तो सायबर ठगों की गैंग का चायनीज नागरिक से कनेक्शन निकला. ग्रेटर नोएडा की एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग के 3 छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बीएसएफ अफसर के अकाउंट में ठगों से जब्त 10 लाख रुपए वापस ट्रांसफर भी करा दिए हैं. गैंग का मास्टरमाइंड फरार है.
कमीशन बेस पर एकाउंट किराये पर देते थे
पुलिस को इन छात्रों के मोबाइल फोन में चाइनीज भाषा का अनुवाद और फ्रॉड के सुराग मिले हैं. सायबर क्राइम पुलिस के अनुसार आरोपी छात्र डिजिटल अरेस्ट और ऑनलाइन ठगी के लिए हॉस्टल में स्टूडेंट्स के अकाउंट ओपन कराकर चाइनीज नागरिक की गैंग को हैंडओवर करते थे. जब इन अकाउंट में ठगी का पैसा आ जाता था तो उसमें से 6 प्रतिशत कमीशन काटकर शेष राशि कन्वर्ट कर चाइनीज नागरिक को भेज दी जाती थी. यह पूरा रैकेट टेलीग्राम एप पर चल रहा था.
ग्रेटर नोएडा से इंजीनियरिंग के 3 छात्रों को दबोचा
ग्वालियर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया "बीते दिनों बीएसएफ इंस्पेक्टर अवसार अहमद से सीबीआई अफसर बनकर मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर 71 लाख रुपए ठगे गए थे. इस मामले में क्राइम ब्रांच की साइबर विंग लगातार पड़ताल में लगी थी. टीम जिन-जिन शहरों के खातों में ठगी का रुपया पहुंचा था, उनकी पड़ताल कर रही थी. 4 दिन पहले यूपी के उरई यूपी से दो आरोपी पकड़े गए थे. जिन अकाउंट में ठगी का पैसा ट्रांसफर हुआ, उन अकाउंट की पड़ताल करते-करते ग्वालियर पुलिस उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा पहुंच गई. यहां एक यूनिवर्सिटी के हॉस्टल से 3 इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को गिरफ्तार किया."
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टेलीग्राम एप के माध्यम से जुड़े चाइनीज नागरिक से
पकड़े गए इंजीनियरिंग स्टूडेंट अफताफ अहमद खान निवासी झारखंड, अंकित वर्मा निवासी कोटा राजस्थान, अखिल सिंह बैस निवासी दिल्ली हैं. तीनों इंजीनियरिंग छात्रों से पुलिस ने 03 मोबािल और 6 एटीएम कार्ड विभिन्न बैंकों के बरामद किए हैं. आरोपी छात्रों ने पुलिस को बताया कि टेलीग्राम एप पर एक ठग से जुड़े थे. जिसने खुद को चाइनीज नागरिक बताया था. वह बात भी चाइनीज भाषा में करता था, जिसे ये छात्र मोबाइल पर अनुवाद कर समझते और जवाब भेजते थे. उसी चाइनीज नागरिक के लिए ये लोग काम करने लगे.