रेवाड़ी: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रही हैं. गुरुग्राम लोकसभा से बीजेपी सांसद व केंद्र में राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पहुंचे. इस दौरान राव इंद्रजीत ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पार्टियां अपना हिसाब देखती हैं. हमको भी अपना हिसाब देखना पड़ेगा कि हमारी पार्टी हमारी बात सुन रही है या नहीं. अगर सुन रही है तो बल्ले-बल्ले और अगर नहीं सुन रही है तो क्यों नहीं सुन रही. उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि सरकार को हमने बनाया है. उन्होंने कहा कि जब तक इस तरह की बात राजनीति के अंदर नहीं लाओगे तो बात नहीं बनेगी. क्योंकि अगली पीढ़ी के अंदर हमें दब्बू प्रवृत्ति के नेता नहीं चाहिए.
सरकार ने की नाइंसाफी: राव इंद्रजीत ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपसे कुछ मांगने नहीं आया हूं. मैं आज केवल आपसे सलाह-मशवरा करने आया हूं. उन्होंने कहा कि मैं आपका नुमाइंदा नहीं हूं. न मैंने यहां से चुनाव लड़ा और न ही मैंने यहां वोट मांगे. लेकिन आपका साथी ज़रूर हूं. राव इंद्रजीत सिंह ने परिसीमन पर कहा कि सरकार ने हमारे साथ नाइंसाफी की है. उन्होंने गुरुग्राम लोकसभा के दो हलकों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे यहां दो हलके 50 साल से रिजर्व हैं. इनमें एक बावल और दूसरा पटौदी शामिल है. जबकि भिवानी- महेंद्रगढ़ में एक भी हलका रिजर्व नहीं है. तो फिर हमारे साथ ही नाइंसाफी क्यों होती है. हमने अपने हलके खोए हैं. सरकारों ने हमें बांट कर रख दिया.
लोगों से एकजुट होने की अपील की: उन्होंने कहा कि फिर लोग बोलते हैं कि इंद्रजीत लड़-झगड़ लेता है. अगर मैं नहीं बोलूं तो आपकी कौन सुनेगा. इसलिए कहता हूं संगठित रहो और अपनी आवाज़ उठाओ. उन्होंने कहा कि हमें दक्षिण हरियाणा के हर वोट की ज़रूरत है. हर इंसान की जरूरत है. कोसली-भाकली नामकरण पर झगड़े से बचें. राव इंद्रजीत ने कहा कि कोसली और भाकली के लोगों से हाथ जोड़कर विनती है कि ये लड़ाई बंद कर दो. आपको एक सलाह है कि दोनों गांवों से पांच-पांच मेंबर दे दो. जिसमें महिलाएं भी हो और ग्यारह आदमी मैं आपको दूंगा और बैठकर कमेटी बना लो. विधानसभा चुनाव से पहले नामकरण मामले को सुलझा लो.