गुरुग्राम: दिव्यांग दिवस के मौके पर दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 33 से अधिक दिव्यांग बच्चों को सम्मानित किया. इनमें गुरुग्राम के रणवीर सिंह सैनी भी शामिल है. रणवीर सिंह सैनी हरियाणा से बौद्धिक विकलांगता वाले एकमात्र व्यक्ति हैं, जिन्हें सम्मानित किया गया. रणवीर को राष्ट्रपति मुर्मू ने गोल्फ के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने और भारत का नाम रोशन करने के लिए सम्मानित किया. रणवीर ने अब तक कई मेडल अपने नाम किए हैं.
रणवीर को मिल चुके हैं कई अवार्ड: गुरुग्राम के रणवीर सिंह सैनी 24 साल के हैं. छोटी सी उम्र में ही रणवीर ने दिव्यांग होने के बावजूद अपना हुनर दिखाते हुए गोल्फ के क्षेत्र में कई पदक और खिताब अपने नाम किए. पहला पदक रणवीर सैनी ने 12 साल की उम्र में एशिया पेसिफिक मास्टर्स में जीता था. यहां रणवीर को गोल्ड मेडल मिला. साल 2015 में स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स में पहला गोल्ड मेडल रणवीर ने अपने नाम किया. यही नहीं साल 2019 और साल 2023 में भी रणवीर सिंह सैनी ने कई पदक जीतकर भारत का नाम विश्व में रोशन किया है.
रणवीर की मां ने सरकार को दिया धन्यवाद: रणवीर ने अपनी इस उपलब्धि को लेकर कहा कि मुझे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अवार्ड मिला है. मुझे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई अवार्ड मिल चुके हैं. मकाउ में लगातार कई मेडल मिले हैं. मैं यही कहूंगा कि कड़ी मेहनत करते रहो, जीत जरूर मिलेगी. वहीं, रणवीर की मां भी इस मौके पर बहुत खुश नजर आई. उन्होंने सरकार की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के लिए सरकार की ओर से किया या काम सराहनीय है. इससे न सिर्फ दिव्यांग बच्चों का हौसला बढ़ता है बल्कि उनके माता-पिता को भी हिम्मत मिलती है. खुद पीएम मोदी ने मन की बात में कई बार रणवीर का जिक्र किया है. ये हमारा हौसला बढ़ाता है.
बता दें कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के मौके पर राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार 2024 कुल 33 दिव्यांगों को दिए. साथ ही राष्ट्रपति ने सभी विजेताओं को बधाई दी. उन्होंने कहा कि इन पुरस्कारों का दूरगामी सामाजिक महत्व है. इनका अनुकरण करके अन्य व्यक्ति और संस्थाएं दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं.
ये भी पढ़ें: दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना: आवेदन की अंतिम तारीख बढ़ी, जानें नियम