करनाल: हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 के लिए बहुत कम समय रह गया है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियां में जुटी हुई है. वहीं, भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा अपनी खुद की पार्टी संयुक्त संघर्ष पार्टी बनाई हुई है और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उनकी पार्टी ने चुनावी रण में उतरने की बात कही है. इसी के चलते रविवार को करनाल की जाट धर्मशाला में प्रदेश स्तर की बैठक की गई. जिसमें उनकी पार्टी के पदाधिकारी इस मीटिंग में भाग लेने के लिए पहुंचे और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई गई.
'चुनिंदा पार्टियों के लिए खुले हैं गठबंधन के विकल्प': किसान नेता गुरनाम चढूनी एक बार फिर राजनीति के मैदान में कूद गए है. उन्होंने ऐलान किया कि उनकी संयुक्त संघर्ष पार्टी SSP हरियाणा की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अभी उन्होंने गठबंधन के विकल्प भी चुनिंदा पार्टियों के लिए खुले रखे हैं. करनाल की जाट धर्मशाला में अपने समर्थकों के साथ बैठक करने पहुंचे थे. विशेष बातचीत में गुरनाम चढूनी ने किसान नेताओं से लेकर राजनीतिक दलों पर तीखे बयान दिए. वहीं, उन्होंने ईडी के छापे को लेकर भी सरकार और नेताओं पर सवाल उठाए.
किसानों के हक के लिए लड़ेंगे: गुरनाम सिंह ने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में पिहोवा विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे. तो वहीं, उनकी पार्टी के द्वारा 90 की 90 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे जाएंगे. उन्होंने कहा कि किसानों की हक की आवाज उठाने के लिए उनको राजनीति में आना पड़ा है. राजनीति में जाकर उनके हकों की आवाज उठाएंगे और किसानों को उनका हक दिलाने का काम करेंगे. राजनीतिक पार्टी बना चुके गुरनाम चढूनी ने कहा किसान संगठन बैठक में नहीं बुलाएंगे तो क्या उनकी पेंशन बंद हो जाएगी. मेरे से पहले राकेश टिकैत और पंजाब के कामरेड नेता चुनाव लड़ चुके है. चढूनी ने कहा बीजेपी और जेजेपी को छोड़कर सभी दलों के साथ उनकी पार्टी के गठबंधन के विकल्प खुले है.