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मुनेश गुर्जर के पक्ष में उतरा गुर्जर समाज, कहा-निलंबन से पहले हो जांच, अन्यथा सरकार को भुगतने पड़ेंगे परिणाम - Gurjar Community Supports Mayor

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 11, 2024, 5:53 PM IST

हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के पक्ष में अब गुजर्र समाज उतर आया है. अखंड भारत गुर्जर महासभा ने कहा है कि मुनेश के निलंबन से पहले पूरी जांच हो, उसके बाद ही कोई एक्शन लिया जाए. अन्यथा सरकार को परिणाम भुगतने पड़ेंगे.

Gurjar Community Supports Mayor
हेरिटेज मेयर के समर्थन में गुर्जर समाज (ETV Bharat Jaipur)
गुर्जर समाज ने मुनेश गुर्जर को लेकर सरकार को दी चेतावनी (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर: हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के मामले में सियासत तेज हो गई है. बुधवार को मुनेश के पक्ष में गुजर समाज उतर गया. समाज ने मामले की जांच उच्च स्तरीय कमेटी से करवाने की मांग की. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बिना जांच के मुनेश गुर्जर का निलंबन किया जाता है, तो ये गलत होगा और उसके परिणाम सरकार को भुगतने पड़ेंगे.

हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के निलंबन पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. राज्य सरकार मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है. ताकि मुनेश गुर्जर को कोर्ट से स्टे ना मिले. वहीं अब मुनेश गुर्जर के पक्ष में गुर्जर समाज उतर आया है. अखंड भारत गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवनारायण गुर्जर ने आरोप लगाया कि यह प्रकरण पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और उनके साथ रहने वाले सुधांशु ढिल्लो का षड्यंत्र है. सा​थ ही कुछ तस्वीरें भी सार्वजनिक की.

पढ़ें: खर्रा बोले- देर शाम या कल सुबह जारी होंगे महापौर मुनेश गुर्जर के निलंबन आदेश, बर्खास्तगी के लिए कांग्रेस पार्षदों ने भी की मुलाकात - UDH Minister on Munesh Gurjar

साथ ही कहा कि वो खाचरियावास को टारगेट नहीं कर रहे, लेकिन हकीकत सामने हैं. प्रताप सिंह के स्टेटमेंट चाहे सचिन पायलट के लिए हों या मुनेश गुर्जर के लिए, वो साबित करते हैं कि वो कहां स्टैंड करते हैं. उन्होंने सचिन पायलट के लिए नेकर पहनने वाली बात कही थी. इस बात का चुनाव में पूरा हिसाब किया गया है. उनका कोई विरोध नहीं है. लेकिन उनके स्टेटमेंट ये साबित करते हैं कि वो खुद पार्टी बने हुए हों. ऐसे में सरकार से यही निवेदन है कि इस मामले को ठीक से देखें. वो सरकार के सुशासन पर विश्वास करते हैं. लेकिन यदि सरकार ने न्याय नहीं किया, तो इसका परिणाम सरकार को भुगतना पड़ेगा.

पढ़ें: मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति जारी, न्यायालय में चालान पेश करते ही किया जाएगा निलंबित - खर्रा - Mayor Munesh Gurjar case

उन्होंने मुनेश गुर्जर के घर से मिले रुपयों को लेकर कहा कि मुनेश गुर्जर के पति प्रॉपर्टी का काम करते हैं और जब रेड पड़ी थी, तो मेयर वही थीं. यदि ऐसी ही स्थिति थी, तो उन्हें हाथों-हाथ ही अरेस्ट कर लेना चाहिए था. जहां तक घर में फाइलों का सवाल है ये वैधानिक प्रक्रिया है कि मेयर हाउस में ऑफिस का काम भी चलता है. उसके एम्पलाइज भी वहां रहते हैं. इसमें नई बात क्या है?

पढ़ें: DLB निदेशक हाजिर होकर बताएं कि हेरिटेज मेयर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति को लेकर अब तक निर्णय क्यों नहीं- हाईकोर्ट - HC on Prosecution approval

अब राजस्थान सरकार से यही अपील है कि इस जांच में बहुत सारी गुंजाइश है. चूंकि जांच में जो तथ्य शामिल होने चाहिए थे और मुनेश गुर्जर की तरफ से जो तथ्य रखे जाने चाहिए थे, वो नहीं रख पाए हैं. सारे तथ्य सामने आएंगे तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. सरकार से यही मांग है कि वो एक कमेटी बनाकर इस मामले को पूरी तरह दिखवाएं. इसके बाद यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो सजा जरूर मिलेगी. मुनेश गुर्जर को षड्यंत्र रचकर यदि प्रताड़ित करेंगे और सरकार रक्षा करने की जगह आतताइयों के साथ छोड़ देगी, तो सरकार को परिणाम भुगतने पड़ेंगे.

गुर्जर समाज ने मुनेश गुर्जर को लेकर सरकार को दी चेतावनी (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर: हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के मामले में सियासत तेज हो गई है. बुधवार को मुनेश के पक्ष में गुजर समाज उतर गया. समाज ने मामले की जांच उच्च स्तरीय कमेटी से करवाने की मांग की. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बिना जांच के मुनेश गुर्जर का निलंबन किया जाता है, तो ये गलत होगा और उसके परिणाम सरकार को भुगतने पड़ेंगे.

हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के निलंबन पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. राज्य सरकार मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है. ताकि मुनेश गुर्जर को कोर्ट से स्टे ना मिले. वहीं अब मुनेश गुर्जर के पक्ष में गुर्जर समाज उतर आया है. अखंड भारत गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवनारायण गुर्जर ने आरोप लगाया कि यह प्रकरण पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और उनके साथ रहने वाले सुधांशु ढिल्लो का षड्यंत्र है. सा​थ ही कुछ तस्वीरें भी सार्वजनिक की.

पढ़ें: खर्रा बोले- देर शाम या कल सुबह जारी होंगे महापौर मुनेश गुर्जर के निलंबन आदेश, बर्खास्तगी के लिए कांग्रेस पार्षदों ने भी की मुलाकात - UDH Minister on Munesh Gurjar

साथ ही कहा कि वो खाचरियावास को टारगेट नहीं कर रहे, लेकिन हकीकत सामने हैं. प्रताप सिंह के स्टेटमेंट चाहे सचिन पायलट के लिए हों या मुनेश गुर्जर के लिए, वो साबित करते हैं कि वो कहां स्टैंड करते हैं. उन्होंने सचिन पायलट के लिए नेकर पहनने वाली बात कही थी. इस बात का चुनाव में पूरा हिसाब किया गया है. उनका कोई विरोध नहीं है. लेकिन उनके स्टेटमेंट ये साबित करते हैं कि वो खुद पार्टी बने हुए हों. ऐसे में सरकार से यही निवेदन है कि इस मामले को ठीक से देखें. वो सरकार के सुशासन पर विश्वास करते हैं. लेकिन यदि सरकार ने न्याय नहीं किया, तो इसका परिणाम सरकार को भुगतना पड़ेगा.

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उन्होंने मुनेश गुर्जर के घर से मिले रुपयों को लेकर कहा कि मुनेश गुर्जर के पति प्रॉपर्टी का काम करते हैं और जब रेड पड़ी थी, तो मेयर वही थीं. यदि ऐसी ही स्थिति थी, तो उन्हें हाथों-हाथ ही अरेस्ट कर लेना चाहिए था. जहां तक घर में फाइलों का सवाल है ये वैधानिक प्रक्रिया है कि मेयर हाउस में ऑफिस का काम भी चलता है. उसके एम्पलाइज भी वहां रहते हैं. इसमें नई बात क्या है?

पढ़ें: DLB निदेशक हाजिर होकर बताएं कि हेरिटेज मेयर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति को लेकर अब तक निर्णय क्यों नहीं- हाईकोर्ट - HC on Prosecution approval

अब राजस्थान सरकार से यही अपील है कि इस जांच में बहुत सारी गुंजाइश है. चूंकि जांच में जो तथ्य शामिल होने चाहिए थे और मुनेश गुर्जर की तरफ से जो तथ्य रखे जाने चाहिए थे, वो नहीं रख पाए हैं. सारे तथ्य सामने आएंगे तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. सरकार से यही मांग है कि वो एक कमेटी बनाकर इस मामले को पूरी तरह दिखवाएं. इसके बाद यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो सजा जरूर मिलेगी. मुनेश गुर्जर को षड्यंत्र रचकर यदि प्रताड़ित करेंगे और सरकार रक्षा करने की जगह आतताइयों के साथ छोड़ देगी, तो सरकार को परिणाम भुगतने पड़ेंगे.

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