रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इन दिनों बंदूकों की मांग बढ़ रही है. लोग आत्मरक्षा सहित गार्ड की नौकरी और खेलकूद के लिए भी बंदूक खरीद रहे हैं. बंदूक विक्रेताओं की माने तो पिछले कुछ सालों में बंदूक खरीदने वालों की संख्या बढ़ी हैं.
कौन ले रहा बंदूकों का लाइसेंस: गन लाइसेंस लेने वालों में सबसे ज्यादा बैंक सुरक्षा से जुड़े लोग हैं. इनमें गार्ड का काम करने वाले गन लाइसेंस लेने में आगे हैं. इसके बाद आत्म सुरक्षा के नाम पर भी लोग लाइसेंस ले रहे हैं. खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी भी कॉम्पटीशन के लिए बंदूक का लाइसेंस ले रहे हैं.
साल में 40 से ज्यादा लोग ले रहे गन लाइसेंस: टिकरापारा स्थित बंदूक दुकान के संचालक विजय दुबे बताते हैं कि "पिछले दो तीन साल से बंदूक के मार्केट में थोड़ा उठाव आया है. बंदूक खरीदने वालों की संख्या में लगभग 5 से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. लोग अपनी जरूरत के हिसाब से लाइसेंस अप्लाई कर रहे हैं. जिन्हें जरूरत है उन्हें लाइसेंस भी मिल रहा है. पहले साल में लगभग 25 लाइसेंस जारी होते थे, लेकिन अब प्रदेश में लगभग 40 लाइसेंस जारी हो रहे हैं."
हर प्रकार के कस्टमर गन लाइसेंस के लिए अप्लाई कर रहे हैं. आत्मरक्षा के लिए ज्यादातर बड़े बड़े कारोबारी बंदूक का लाइसेंस ले रहे हैं.- विनय दुबे, संचालक, बंदूक दुकान, टिकरापारा
लोगों को पसंद आ रहे इस तरह के गन: बंदूक के केटेगरी की बात की जाए, तो आत्मरक्षा वाले लोग छोटी बंदूक लेते हैं. गार्ड की नौकरी करने वाले बड़ी बंदूक और दो नाली बंदूक लेते हैं. खिलाड़ी अपने खेल के अनुसार हर तरह की बंदूक लेते हैं.
साल 2020 से 2023 तक के गन लाइसेंस के आंकड़े: विधानसभा से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर जिले में साल 2020 से फरवरी 2023 तक गन लाइसेंस के 274 आवेदन आए थे. इनमें से 74 को लाइसेंस जारी किया गया, 125 आवेदन लंबित थे और 75 निरस्त किए गए थे.