भोपाल। नियमितीकरण को लेकर दिए गए स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान के बाद अतिथि शिक्षकों में स्कूल शिक्षा मंत्री के खिलाफ रोष व्याप्त है. गुरुवार को सभी जिलों में अतिथि शिक्षकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर स्कूल में बच्चों को पढ़ाया. अशोकनगर में अतिथि शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा. वहीं, अतिथि शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि जब तक शिक्षा मंत्री अपने शब्दों को वापस नहीं लेते या नियमितीकरण को लेकर कोई सकारात्मक पहल नहीं करते हैं पूरे प्रदेश में अतिथि शिक्षक हाथ में काली पट्टी बांधकर पढ़ाएंगे.
राजधानी में 20 सितंबर को करेंगे बैठक
एमपी में अतिथि शिक्षकों को लेकर काम करने वाले सभी संगठनों के पदाधिकारी 20 सितंबर को राजधानी में जुटेंगे. इस दौरान अतिथि शिक्षकों की लंबित मांगों और स्कूल शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए बयान को लेकर रणनीति बनाई जाएगी. 20 सितंबर को ही अतिथि शिक्षक एक पत्रकारवार्ता भी करेंगे. जिसमें संगठन के आगे की कार्ययोजना साझा करेंगे. यदि इसके बावजूद कोई हल नहीं निकलता तो 2 अक्टूबर को भोपाल में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
शिक्षा मंत्री ने क्या बयान दिया था
मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षकों द्वारा नियमितीकरण को लेकर लगातार मांग की जा रही है. बीते दिनों अतिथि शिक्षकों द्वारा धरना प्रदर्शन किए जाने के सवाल पर मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप ने चौंकाने वाला बयान दिया था. स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा था "अतिथि शिक्षकों का नियमितीकरण क्यों करना चाहिए. उनका नाम ही अतिथि है. मेहमान बनकर आए हो तो क्या घर पर ही कब्जा करोगे ? मंत्री के इस बयान के बाद से एमपी के अतिथि शिक्षक लामबंद हो गए हैं. शिक्षामंत्री से माफी मांगने और नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं."